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सांवरियां के सेवक है हम श्याम नाम
श्याम सहारा भक्तो का कोई माने या ना ??
लट उलझी सुलझा जा रे मोहन
मेरे हाथ मेहंदी लगी
आभास दो कुछ मुझे पास तुम हो ना,
हम तुमको क्या दे सकते है,
तू सब का दातार जो भी तेरी शरण में आया तू
बाबा रे बाबा खाटू वाला देव बड़ा दिल
माँ का वचन निभाने खातिर शीश दान कर
सिंह की सवारी आने वाली है झुंझनू से
कब लो गे श्याम कब लो गे,
श्याम ध्वजाबंध धारी हमारी सुध कब लोगे,
राम लक्ष्मण के संग जान की,
जय बोलो हनुमान की,
जब से देखा तुम्हे जाने क्या होगया,
ओ सालासर वाले मैं तेरा होगया,
अब कुछ बदल जाता है यहाँ पर लेख विधि का
प्रभु का मान भले तल जाये भगत का मान कभी
एहो सखियो मेरा गिरधारी
मेरा गिरधारी ता बांके बिहारी
माहरी नाइयाँ खेवट बाबो श्याम ख्वाइयो
भर पार उतर श्याम भल भर में,
करता तुम्ही और कारण तुम्ही,
करते तुम्ही और तारण तुम्ही,
म्हाने दादी प्यारी लागे,
झुंझनू वाली मन भावे या मोटी सेठानी
कलयुग के माह सेठ संवारा बहुत सुने से
श्याम मने दर पे भुला ले ने मैं भी तो
म्हारा मोटा मोटा लखदातार माडा की
माडा की सुनियो गरीबा की सुनियो,
आये आये मेरे रघुनाथ अवध में चोदा वर्ष
देख के तेरी सुरतियाँ मैं तो हो गई
तेरे भाववे सिरंगी मैं दीवानी सी हो गई,
बोल हरी बोल हरी हरी हरी बोल, बोल हरी बोल
बोल हरी बोल हरी हरी हरी बोल, बोल हरी बोल
तेरा मेरा रिश्ता ऐसा तोड़े से न टूटे,
ऐसा रंग राधा रानी चढ़ाया के होर रंग
बरसाने विच वेखि ओह्दी माया वे हर पल
या मटकी टूट जावेगी मात मेरी छो ने आवे
रे मटकी और ले आउ तने दिल जान देता हु,
आज दिन चड़ेया है फिर रात भी औना,
असी दिल लाया है गुरु जी सब चंगा करना,
तेरी सखियाँ नु तेरिया उडीका क्यों भूल
बस इक वारि मूड के तू आजा क्यों भूल गयो
आज की ये शाम बड़ी नूरानी शाम है,
सब के लवो पे मेरे बाला जी का नाम है,
मेरी बिगड़ी बनने को मेरी जगदम्बे आएगी,
मेरी उजड़ी बसने को मेरी जगदम्बे आएगी,
नैया मेरी मझधार सँवारे,
तू आके लगा जा इसे पार सँवारे,
मूर्ति बनोंन वालेया मैनु चंडी माँ दी
सोहना मुख तू बना दे सोहना रूप तू बना दे,
माँ तू सबते रेहमता करदी है,
सब न दे दुखड़े हरदी है,
रखियो सभा में लाज माँ चंडी रखियो सभा
मैं करदा हां फर्याद मेरे पुराण कीजियो
श्री राम की तू जपले रे माला मिलेंगे
काली कमली वाले ने मेरा दिल तो दीवाना
इक गोकुल के दीवाने ने मेरा दिल तो
तू अपने हिसे की नेकिया वक़्त के रहते
वक़्त कही ये रूठ ना जाये कुछ तो वक़्त
सोहनी मूर्ति मैं तेरी दूध न न्हावा,
देसी घेयो दी ज्योत तेरे दर ते जगामा,
सबसे पहले गणपत पूजे कह के जय जय श्री
दे मोरछड़ी का झाड़ा,दे मोरछड़ी का
आये श्याम तेरे दरबार देदो मोरछड़ी का
आज शिव रात्रि शिव दा विवहा भगता न
इतनी किरपा करो श्याम प्यारे,
दोश अवगुण भुला के हमारे,
गुरुदेव नमाह गुरुदेव नमाह गुरुदेव
दिल के भाव जब उथल पुथल कर मन को
तब पत्थर पिघले गा तब बाबा बोलेगा,
करदो किरपा करदो किरपा हे अम्बे मइयां,
कष्टों को मेरे हर दो तुम पार लगाओ
शेरावाली के दरबार से जब से जुड़ा है
मैं माँ को दिल से मनाता हु झोली में
के काम होगा वही जिसे चाहोगे राम,
अपने स्वामी को सेवक क्या समजाये गा
जब तेरी डोली निकाली जाएगी,
बिना महूरत के उठा ली जायेगी,
गिरतों को जिसने संभाला ऐसा है अंजनी
पवनसुत बालाजी पवनसुत बालाजी
बाबा तेरे फोटो ने मने ऐसी चढ़ा दी घोर,
तने मैं टोल ता फिरू,
हे शारदे माँ ऐसा वर दे,
सुंदर स्वर माँ कंठ में भर दे,
राम मन भाएंगे, काम बन जाएंगे,
मेरी चाहत यही रघुनाथ से, प्रभु पास
घुंगरू हे पाव म,निबुवा के छाव म,नाचथे
बघवा के हावय तोर सवारी,सब देवता करे
मेरी ज़िंदगी दे विच खुशिया तेरी रेहमत
माये सबे पुरियां होइयां ने जिह्नियाँ
ज्योत जगा के तेरी पूजा करू माँ गाओ
बन के मैं दास गाऊ महिमा तुम्हारी,
भाजन दे रे भोले नाथ डमरू भाजन दे,
कैलाश में बैठा डेरा जमा के,
दुरो दुरो संगता आइयाँ लौन जयकारे चड़न
ढोल भजा के माँ दे दरते नच्दे सारे ने,
श्याम मुझे इक हाट दिलादे बेनामा
तेरे नाम का बोड लगे गा सांझीदार हो
कण कण में जो रमने वाला घट घट में समाया
त्रेता के है विष्णु अवतरण दसरथ सूत है
भोले बाबा से जिनका सम्बन्ध है ,
उनके घर में आनंद ही आनंद है,
शाहतलियाँ गुफा विच दे बैठा कोई जोगी,
जद जोगी नु मैं सी तकिया मैं दीवानी
खाटू से चलकर आजा श्याम समा जा मेरी
खाटू से चल के आजा श्याम समा जा मेरे
मेला सिद्ध जोगी दा आया हो चल भगता,
जोगी ने साहनु आप भुलाया हो चल भगता,
एक का मतलब एक राम है दो से दुनिया दारी,
तीन से तीनो लोक चलत है राम की महिमा
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