Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

दर पे बुला ले श्याम धणी

दर पे बुला ले श्याम धणी,
अब और सहा नहीं जाता है,
अब तेरे दर्शन बिन बाबा,
हमसे रहा नहीं जाता है,
दर पे बुला ले श्याम धणी,
अब और सहा नहीं जाता है।

दर पर आउ, दर्शन पाऊँ,
और कोई दरकार नहीं,
धन दौलत और शानो शौकत,
का भी मन में विचार नहीं,
तुम बिन व्यर्थ है सब कुछ बाबा,
अर्थ समझ ये आता है,
दर पे बुला ले श्याम धणी,
अब और सहा नहीं जाता है।

जद जद ग्यारस आवे बाबा,
मन में मेरे आस जगे,
अब तो दर पे बुलाओगे तुम,
ऐसा मुझको श्याम लगे,
हम तेरे बिन रह नहीं सकते,
तू कैसे रह जाता है,
दर पे बुला ले श्याम धणी,
अब और सहा नहीं जाता है।

तेरे मेरे बीच ये दूरी,
और सही ना जाती है,
तेरे शिवम को दे सांवरिया,
तेरी याद सताती है,
तरस रहे दर्शन को हम,
क्यों ना दरश दिखाता है,
दर पे बुला ले श्याम धणी,
अब और सहा नहीं जाता है।



dar pe bula lo shyam dhani

dar pe bula le shyaam dhani,
ab aur saha nahi jaata hai,
ab tere darshan bin baaba,
hamase raha nahi jaata hai,
dar pe bula le shyaam dhani,
ab aur saha nahi jaata hai


dar par aau, darshan paaoon,
aur koi darakaar nahi,
dhan daulat aur shaano shaukat,
ka bhi man me vichaar nahi,
tum bin vyarth hai sab kuchh baaba,
arth samjh ye aata hai,
dar pe bula le shyaam dhani,
ab aur saha nahi jaata hai

jad jad gyaaras aave baaba,
man me mere aas jage,
ab to dar pe bulaaoge tum,
aisa mujhako shyaam lage,
ham tere bin rah nahi sakate,
too kaise rah jaata hai,
dar pe bula le shyaam dhani,
ab aur saha nahi jaata hai

tere mere beech ye doori,
aur sahi na jaati hai,
tere shivam ko de saanvariya,
teri yaad sataati hai,
taras rahe darshan ko ham,
kyon na darsh dikhaata hai,
dar pe bula le shyaam dhani,
ab aur saha nahi jaata hai

dar pe bula le shyaam dhani,
ab aur saha nahi jaata hai,
ab tere darshan bin baaba,
hamase raha nahi jaata hai,
dar pe bula le shyaam dhani,
ab aur saha nahi jaata hai




dar pe bula lo shyam dhani Lyrics





Bhajan Lyrics View All

दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार

New Bhajan Lyrics View All

हार के आया सांवरे पकड़ लो मेरा हाथ,
कुछ और नहीं मैं चहुँ बस देदो अपना साथ,
चाहे कुछ भी हो जाये, तेरा छोड़ूंगा ना
तेरा छोड़ूंगा ना दर, तेरा छोड़ूंगा ना
हार गया हूँ मैं खाटूवाले तू आके मुझको
हारे का तू ही तो है एक सहारा मुझको तू
हम तेरे आशिक है प्यारे ये दिल दीवाना
बेगानों की इस बस्ती में तू मेरा है तू
मीराबाई ने सब कुछ छोड़ा, मोहन से नाता
उन्हें अपना पति मान के, ऐसी लगन लगी है