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क्यों रूठ गई बृषभानु लल्ली हमे तेरा ही इक सहारा है,
हमे तेरा ही इक सहारा है,

क्यों रूठ गई बृषभानु लल्ली हमे तेरा ही इक सहारा है,
हमे तेरा ही इक सहारा है,

ऐसी कौन सी भूल हुई भारी,
ब्रिज मंडल से कर गई न्यारी ,
मैं तो सदा सी चुकान हारी है,
क्यों रूठ गई बृषभानु लल्ली हमे तेरा ही इक सहारा है,
पर भाव शमा का तुम्हरा है,

कब किरपा करोगी मम श्यामलयु,
श्री कृष्ण पिया अली दामिनी यु,
तूने सदा ही मुझको पाला है,
आगे भी भरोसा तेरा है,
क्यों रूठ गई बृषभानु लल्ली हमे तेरा ही इक सहारा है,

तुम दी जियो वास वृन्दावन में,
नित झाड़ू देऊँगी कुंजन में,
तेरे चरणों में जीवन काटू गी,
तेरा धाम प्राणो से प्यारा है,
क्यों रूठ गई बृषभानु लल्ली हमे तेरा ही इक सहारा है,

तुम कह दो अब मैं कहा जाऊ,
किस किस की दासी कहलाऊ,
मुझ जैसे दीं अनाथो के लिए खुला तुम्हारा दरबार है,
क्यों रूठ गई बृषभानु लल्ली हमे तेरा ही इक सहारा है,



kyu ruth gai brishbanu lali hume tera hi ik sahara hai

kyon rooth gi barshbhaanu lalli hame tera hi ik sahaara hai,
hame tera hi ik sahaara hai


aisi kaun si bhool hui bhaari,
brij mandal se kar gi nyaari ,
mainto sada si chukaan haari hai,
kyon rooth gi barshbhaanu lalli hame tera hi ik sahaara hai,
par bhaav shama ka tumhara hai

kab kirapa karogi mam shyaamalayu,
shri krishn piya ali daamini yu,
toone sada hi mujhako paala hai,
aage bhi bharosa tera hai,
kyon rooth gi barshbhaanu lalli hame tera hi ik sahaara hai

tum di jiyo vaas vrindaavan me,
nit jhaadoo deoongi kunjan me,
tere charanon me jeevan kaatoo gi,
tera dhaam praano se pyaara hai,
kyon rooth gi barshbhaanu lalli hame tera hi ik sahaara hai

tum kah do ab mainkaha jaaoo,
kis kis ki daasi kahalaaoo,
mujh jaise deen anaatho ke lie khula tumhaara darabaar hai,
kyon rooth gi barshbhaanu lalli hame tera hi ik sahaara hai

kyon rooth gi barshbhaanu lalli hame tera hi ik sahaara hai,
hame tera hi ik sahaara hai




kyu ruth gai brishbanu lali hume tera hi ik sahara hai Lyrics





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