Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मां भक्तों ने घेर लई अकेली भवन चली

मां भक्तों ने घेर लई अकेली भवन चली.....-

गोरे गोरे माथे पे लाल लाल बिंदिया,
मांग सिंदूर भरी अकेली भवन चली,
मां भक्तों ने घेर लई अकेली भवन चली॥

मैया जी के गले में फूलों की माला,
बीच में चंपा कली अकेली भवन चली,
मां भक्तों ने घेर लई अकेली भवन चली॥

गोरे गोरे हाथों में लाल लाल चूड़ियां,
हथेली में मेहंदी रची अकेली भवन चली,
मां भक्तों ने घेर लई अकेली भवन चली॥

गोरे गोरे पांव में पायल सोहे,
मां ठुमक ठुमक निकली अकेली भवन चली,
मां भक्तों ने घेर लई अकेली भवन चली॥

मंदिर का पुजारी यूं बोला मां से,
बन ठन कहां को चली अकेली भवन चली,
मां भक्तों ने घेर लई अकेली भवन चली॥

मेरे भक्तों के संकट भारी,
मैं संकट हरने चली अकेली भवन चली,
मां भक्तों ने घेर लई अकेली भवन चली.......



maa bhakto ne gher layi akeli bhawan chali

maan bhakton ne gher li akeli bhavan chali...

gore gore maathe pe laal laal bindiya,
maang sindoor bhari akeli bhavan chali,
maan bhakton ne gher li akeli bhavan chali..

maiya ji ke gale me phoolon ki maala,
beech me chanpa kali akeli bhavan chali,
maan bhakton ne gher li akeli bhavan chali..

gore gore haathon me laal laal choodiyaan,
htheli me mehandi rchi akeli bhavan chali,
maan bhakton ne gher li akeli bhavan chali..

gore gore paanv me paayal sohe,
maan thumak thumak nikali akeli bhavan chali,
maan bhakton ne gher li akeli bhavan chali..

mandir ka pujaari yoon bola maan se,
ban than kahaan ko chali akeli bhavan chali,
maan bhakton ne gher li akeli bhavan chali..

mere bhakton ke sankat bhaari,
mainsankat harane chali akeli bhavan chali,
maan bhakton ne gher li akeli bhavan chali...

maan bhakton ne gher li akeli bhavan chali...



maa bhakto ne gher layi akeli bhawan chali Lyrics





Bhajan Lyrics View All

बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka

New Bhajan Lyrics View All

खाटूवाले तेरी यारी रास आ गई,
निकल रही थी जान बाबा सांस आ गई,
आए जो माँ के दरबार, पाए वो माता का
जीवन के कष्टों से छूटे हो जाए भवपार,
बंसी ओ बंसी इतना बता तूने कौन सा पुण्य
खुश होकर कान्हा ने तुझको होठों पर थाम
फागण मस्ताना है आया, सारे भक्तां पे
होली खेलण ने बालाजी, भगत तेरा हरियाणां
मईया को तुमको मनाने आये,
बिनती करो हमारी स्वीकार