Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मन की डोर से तुझे बाँध लूँगा सांवरे

मन की डोर से तुझे बाँध लूँगा सांवरे
प्रीत का कस के शिकंजा थाम लूँगा संवारे
मन की डोर से तुझे बाँध लूँगा सांवरे

प्रीत का खंजर चला के काट डाला ये जिगर
हो गया मदहोश इतना भूल बेठा हर डगर
अब जरा बच कर दिखाओ मान लूँगा संवारे
मन की डोर से तुझे बाँध लूँगा सांवरे

नजरो ही नजरो में सारी बात मैं कर जाउंगा
पेहले करलू तुम से बाते लौट फिर घर जाऊँगा
क्या लिखा नजरो में तेरी जान लूँगा संवारे
मन की डोर से तुझे बाँध लूँगा सांवरे

चोर हो दिलचस्प कान्हा दिल चुरा के ले गये.
मेरा ये बेचैन दिल अपना बना कर ले गए
अब चुराना पाओगे
पहचान लूँगा संवारे
मन की डोर से तुझे बाँध लूँगा सांवरे

आरजू बस धीर की नजरे जरा दो चार हो
प्रेम के वशीभूत या फिर संवारे तकरार हो
बचना पाओगे मुझसे ठान लूँगा संवारे
मन की डोर से तुझे बाँध लूँगा सांवरे



man ki dor se tujhe baandh lunga saware

man ki dor se tujhe baandh loonga saanvare
preet ka kas ke shikanja thaam loonga sanvaare
man ki dor se tujhe baandh loonga saanvare


preet ka khanjar chala ke kaat daala ye jigar
ho gaya madahosh itana bhool betha har dagar
ab jara bch kar dikhaao maan loonga sanvaare
man ki dor se tujhe baandh loonga saanvare

najaro hi najaro me saari baat mainkar jaaungaa
pehale karaloo tum se baate laut phir ghar jaaoongaa
kya likha najaro me teri jaan loonga sanvaare
man ki dor se tujhe baandh loonga saanvare

chor ho dilchasp kaanha dil chura ke le gaye.
mera ye bechain dil apana bana kar le ge
ab churaana paaoge
pahchaan loonga sanvaare
man ki dor se tujhe baandh loonga saanvare

aarajoo bas dheer ki najare jara do chaar ho
prem ke vsheebhoot ya phir sanvaare takaraar ho
bchana paaoge mujhase thaan loonga sanvaare
man ki dor se tujhe baandh loonga saanvare

man ki dor se tujhe baandh loonga saanvare
preet ka kas ke shikanja thaam loonga sanvaare
man ki dor se tujhe baandh loonga saanvare




man ki dor se tujhe baandh lunga saware Lyrics





Bhajan Lyrics View All

मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,

New Bhajan Lyrics View All

जब कभी ये दिल घबराता है,
मुझको भरोसा मेरा श्याम दिलाता है,
जन्मे है कृष्ण कन्हैया गोकुल में बाजे
देवकी के जन्मे कन्हैया गोकुल में बाजे
जय जय राजा राम की जय लक्ष्मण बलवान,
जय कपीस सुग्रीव की जय अंगद हनुमान ॥
कैसे आऊं मैं कन्हैया, तेरी गोकुल नगरी
कान्हा दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी
बार बार वंदना हजार बार वंदना,
मेरे सद्गुरुजी को लाख बार वंदना...