Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मेरी मैया जी दे खुल गए दवार दर्शन करो भगतो

मेरी मैया जी दे खुल गए दवार दर्शन करो भगतो
भरा झोलियाँ ते खुल गए भंडार दर्शन करो भगतो

अखियाँ प्यासियाँ नु देदेयो दीदार माँ
तडफ दी रूह मेरी आजू गा करार माँ
आके भगता दा कर दो उधार दर्शन करो भगतो
मेरी मैया जी दे खुल गए दवार दर्शन करो भगतो

सारा जग नीवा मैया उची सारे जग तो
होया की गुनाह मैया रूस गई सी सब तो
करा हथी मैया तेरा मैं शिंगार दर्शन करो भगतो
मेरी मैया जी दे खुल गए दवार दर्शन करो भगतो

किना चिर होया तेरे दर उते आये ना
मनडे नसीब असी दर्शन पाए न
तेरी मूर्ति मैं तका बार बार दर्शन करो भगतो
मेरी मैया जी दे खुल गए दवार दर्शन करो भगतो

नच दे भगत तेरे दर उते औनगे
खुले बूहे मंदिरा दे खुशियाँ मनाउंगे
भेटा लिखदा है तेरिया कुमार दर्शन करो भगतो
मेरी मैया जी दे खुल गए दवार दर्शन करो भगतो



meri maiya ji de khul gaye dwar darshan karo bhagto

meri maiya ji de khul ge davaar darshan karo bhagato
bhara jholiyaan te khul ge bhandaar darshan karo bhagato


akhiyaan pyaasiyaan nu dedeyo deedaar maa
tadph di rooh meri aajoo ga karaar maa
aake bhagata da kar do udhaar darshan karo bhagato
meri maiya ji de khul ge davaar darshan karo bhagato

saara jag neeva maiya uchi saare jag to
hoya ki gunaah maiya roos gi si sab to
kara hthi maiya tera mainshingaar darshan karo bhagato
meri maiya ji de khul ge davaar darshan karo bhagato

kina chir hoya tere dar ute aaye naa
manade naseeb asi darshan paae n
teri moorti maintaka baar baar darshan karo bhagato
meri maiya ji de khul ge davaar darshan karo bhagato

nch de bhagat tere dar ute aunage
khule boohe mandira de khushiyaan manaaunge
bheta likhada hai teriya kumaar darshan karo bhagato
meri maiya ji de khul ge davaar darshan karo bhagato

meri maiya ji de khul ge davaar darshan karo bhagato
bhara jholiyaan te khul ge bhandaar darshan karo bhagato




meri maiya ji de khul gaye dwar darshan karo bhagto Lyrics





Bhajan Lyrics View All

यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।

New Bhajan Lyrics View All

भेजेगी बुलावा माँ तुझे भी दरबार से,
ज्योत मातारानी की जगा ले एतबार से,
शेरांवालिये माँ तेरियां उडीकां,
ला के बैठे असीं ढाढीयां प्रीता,
शिवजी बिहाने चले पालकी सजाईके,
भभूति रमाय के हो राम,
घर श्याम दी गली दे विच पा लिया,
लोकी केहंदे होई कमली,
गौरा गौरा मुखड़ा गहरी गहरी अखियां,
विच कजरे दी डोर मेरा नटवर नंद किशोर...