शिर्डी की माटी की तिलक लगा ले,
लाखो किस्मत चमकी अपनी भी किस्मत चमका ले,
ये गाँव है मेरे साई का अपनी किस्मत चमका ले,
शिर्डी की माटी की तिलक लगा ले....
बड़ी धन्य धन्य ये माटी अवतार लिया साई ने,
दरबार लगा कर अपना उपकार लिया साई ने,
शिर्डी की माटी की तिलक लगा ले...
इस माटी का क्या कहना यहाँ पाँव पड़े साई के,
ये माटी है चमत्कारी यहा झंडे गड़े साई के,
शिर्डी की माटी की तिलक लगा ले...
शिरडी की इस माटी से तू कंकर चुग ले जाना,
हीरे मोती से महंगे और है अनमोल खजाना,
शिर्डी की माटी की तिलक लगा ले....
जिस चरणों की माटी के खातिर है देव तरस ते,
वनवारी मिल गये है हम को शिरडी के रस्ते,
शिर्डी की माटी की तिलक लगा ले
shirdi ki maati ki tilak laga le,
laakho kismat chamaki apani bhi kismat chamaka le,
ye gaanv hai mere saai ka apani kismat chamaka le,
shirdi ki maati ki tilak laga le...
badi dhany dhany ye maati avataar liya saai ne,
darabaar laga kar apana upakaar liya saai ne,
shirdi ki maati ki tilak laga le...
is maati ka kya kahana yahaan paanv pade saai ke,
ye maati hai chamatkaari yaha jhande gade saai ke,
shirdi ki maati ki tilak laga le...
shiradi ki is maati se too kankar chug le jaana,
heere moti se mahange aur hai anamol khajaana,
shirdi ki maati ki tilak laga le...
jis charanon ki maati ke khaatir hai dev taras te,
vanavaari mil gaye hai ham ko shiradi ke raste,
shirdi ki maati ki tilak laga le
shirdi ki maati ki tilak laga le,
laakho kismat chamaki apani bhi kismat chamaka le,
ye gaanv hai mere saai ka apani kismat chamaka le,
shirdi ki maati ki tilak laga le...