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श्री बगलामुखी चालीसा

।। श्री गणेशाय नमः।।

नमो महाविद्या बरद, बगलामुखी दयाल,
स्तम्भन क्षण में करे , सुमिरत अरिकुल काल,

नमो नमो पीताम्बरा भवानी, बगलामुखी नमो कल्यानी,
भक्त वत्सला शत्रु नशानी , नमो महाविद्या वरदानी ,

अमृत सागर बीच तुम्हारा, रत्न जड़ित मणि मंडित प्यारा ,
स्वर्ण सिंहासन पर आसीना, पीताम्बर अति दिव्य नवीना ,

स्वर्णाभूषण सुन्दर धारे , सिर पर चन्द्र मुकुट श्रृंगारे,
तीन नेत्र दो भुजा मृणाला , धारे मुद्गर पाष कराला ,

भैरव करें सदा सेवर्काइ , सिद्ध काम सब विघ्न नर्साइ ,
तुम हताश का निपट सहारा, करे अकिंचन अरिकल धारा ,

तुम काली तारा भवनेशी , त्रिपुर सुन्दरी भैरवी वेशी ,
छिन्नभाल धूमा मातंगी, गायत्री तुम बगला रंगी ,

सकल शक्तियाँ तुम में साजें, ह्लीं बीज के बीज बिराजें ,
दुष्ट स्तम्भन अरिकुल कीलन, मारण वशीकरण सम्मोहन ,

दुष्टोच्चाटन कारक माता, अरि जिव्हा कीलक सघाता,
साधक के विपति की त्राता, नमो महामाया प्रख्याता ,

मुद्गर शिला लिये अति भारी, प्रेतासन पर किये सवारी ,
तीन लोक दस दिशा भवानी, बिचरहु तुम जन हित कल्यानी ,

अरि अरिष्ट सोचे जो जन को, बुद्धि नाशकर कीलक तन को ,
हाथ पांव बांधहुं तुम ताके, हनहु जीभ बिच मुद्गर बाके ,

चोरों का जब संकट आवे, रण में रिपुओं से घिर जावे ,
अनल अनिल बिप्लव घहरावे, वाद विवाद न निर्णय पावे ,

मूठ आदि अभिचारण संकट, राजभीति आपत्ति सन्निकट ,
ध्यान करत सब कष्ट नसावे, भूत प्रेत न बाधा आवे ,

सुमिरत राजद्वार बंध जावे, सभा बीच स्तम्भवन छावे ,
नाग सर्प बृच्श्रिकादि भयंकर, खल विहंग भागहिं सब सत्वर ,

सर्व रोग की नाशन हारी, अरिकुल मूलोच्चाटन कारी ,
स्त्री पुरुष राज सम्मोहक, नमो नमो पीताम्बर सोहक ,

तुमको सदा कुबेर मनावें, श्री समृद्धि सुयश नित गावें ,
शक्ति शौर्य की तुम्हीं विधाता, दुःख दारिद्र विनाशक माता ,

यश ऐश्वर्य सिद्धि की दाता, शत्रु नाशिनी विजय प्रदाता,
पीताम्बरा नमो कल्यानी, नमो मातु बगला महारानी ,

जो तुमको सुमरै चितर्लाइ , योग क्षेम से करो सर्हाइ ,
आपत्ति जन की तुरत निवारो, आधि व्याधि संकट सब टारो ,

पूजा विधि नहिं जानत तुम्हरी, अर्थ न आखर करहूं निहोरी ,
मैं कुपुत्र अति निवल उपाया, हाथ जोड़ षरणागत आया,

जग में केवल तुम्हीं सहारा, सारे संकट करहुँ निवारा
नमो महादेवी हे माता, पीताम्बरा नमो सुखदाता,

सौम्य रूप धर बनती माता, सुख सम्पत्ति सुयश की दाता,
रौद्र रूप धर षत्रु संहारो, अरि जिव्हा में मुद्गर मारो ,

नमो महाविद्या आगारा, आदि शक्ति सुन्दरी आपारा,
अरि भंजक विपत्ति की त्राता, दया करो पीताम्बरी माता ,

रिद्धि सिद्धि दाता तुम्हीं, अरि समूल कुल काल,
मेरी सब बाधा हरो, माँ बगले तत्काल,



shri baglamukhi chalisa

shri ganeshaay namah

namo mahaavidya barad, bagalaamukhi dayaal,
stambhan kshn me kare , sumirat arikul kaal

namo namo peetaambara bhavaani, bagalaamukhi namo kalyaani,
bhakt vatsala shatru nshaani , namo mahaavidya varadaanee

amarat saagar beech tumhaara, ratn jadit mani mandit pyaaraa

teen netr do bhuja maranaala , dhaare mudgar paash karaalaa

bhairav karen sada sevarkaai , siddh kaam sab vighn narsaai ,
tum hataash ka nipat sahaara, kare akinchan arikal dhaaraa

tum kaali taara bhavaneshi , tripur sundari bhairavi veshi ,
chhinnbhaal dhooma maatangi, gaayatri tum bagala rangee

sakal shaktiyaan tum me saajen, haleen beej ke beej biraajen ,
dusht stambhan arikul keelan, maaran vsheekaran sammohan

dushtochchaatan kaarak maata, ari jivha keelak sghaata,
saadhak ke vipati ki traata, namo mahaamaaya prakhyaataa

mudgar shila liye ati bhaari, pretaasan par kiye savaari ,
teen lok das disha bhavaani, bicharahu tum jan hit kalyaanee

ari arisht soche jo jan ko, buddhi naashakar keelak tan ko ,
haath paanv baandhahun tum taake, hanahu jeebh bich mudgar baake

choron ka jab sankat aave, ran me ripuon se ghir jaave ,
anal anil biplav ghaharaave, vaad vivaad n nirnay paave

mooth aadi abhichaaran sankat, raajbheeti aapatti sannikat ,
dhayaan karat sab kasht nasaave, bhoot pret n baadha aave

sumirat raajadvaar bandh jaave, sbha beech stambhavan chhaave ,
naag sarp barachshrikaadi bhayankar, khal vihang bhaagahin sab satvar

sarv rog ki naashan haari, arikul moolochchaatan kaari ,
stri purush raaj sammohak, namo namo peetaambar sohak

tumako sada kuber manaaven, shri samaraddhi suysh nit gaaven ,
shakti shaury ki tumheen vidhaata, duhkh daaridr vinaashak maataa

ysh aishvary siddhi ki daata, shatru naashini vijay pradaata,
peetaambara namo kalyaani, namo maatu bagala mahaaraanee

jo tumako sumarai chitarlaai , yog kshem se karo sarhaai ,
aapatti jan ki turat nivaaro, aadhi vyaadhi sankat sab taaro

pooja vidhi nahin jaanat tumhari, arth n aakhar karahoon nihori ,
mainkuputr ati nival upaaya, haath jod sharanaagat aayaa

jag me keval tumheen sahaara, saare sankat karahun nivaaraa
namo mahaadevi he maata, peetaambara namo sukhadaataa

saumy roop dhar banati maata, sukh sampatti suysh ki daata,
raudr roop dhar shatru sanhaaro, ari jivha me mudgar maaro

namo mahaavidya aagaara, aadi shakti sundari aapaara,
ari bhanjak vipatti ki traata, daya karo peetaambari maataa

riddhi siddhi daata tumheen, ari samool kul kaal,
meri sab baadha haro, ma bagale tatkaal

shri ganeshaay namah



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