तीजया के सिंधारे में मैं दादी ने बुलावांगा,
मैया जी का रल मिल के लाड लड़ावा गा
पहलया तो चन्दन सो मह चौक पुरासाया जी,
आंगन में केसरियां अंतर छड़का जा सी,
चांदी ने चोंकि पर दादी ने बिठावा गा,
तीजया के सिंधारे में मैं दादी ने बुलावांगा
पाछे में फुलारा सोहना हार बना छा जी,
चाँदी की थाली में मैं मेहँदी गोला छा जी,
तारा जड़ी चुनर में दादी ने उड़ावा गा,
तीजया के सिंधारे में मैं दादी ने बुलावांगा
बुँदियाँ या भुजियारा मैं थाल सजा जा सी,
खीर और पुड़ा और माँ के भोग लगा या सी,
जी में जद दादी मैं पंख को डुलावागा,
तीजया के सिंधारे में मैं दादी ने बुलावांगा
बरसा पुराणी माँ आके रीत निभाओ जी,
अर्जी यो हर्ष कारे आके मान बढ़ाओ जी,
मैया के स्वागत में मैं पलके बिछावा गा,
तीजया के सिंधारे में मैं दादी ने बुलावांगा
teejaya ke sindhaare me maindaadi ne bulaavaanga,
maiya ji ka ral mil ke laad ladaava gaa
pahalaya to chandan so mah chauk puraasaaya ji,
aangan me kesariyaan antar chhadaka ja si,
chaandi ne chonki par daadi ne bithaava ga,
teejaya ke sindhaare me maindaadi ne bulaavaangaa
paachhe me phulaara sohana haar bana chha ji,
chaandi ki thaali me mainmehandi gola chha ji,
taara jadi chunar me daadi ne udaava ga,
teejaya ke sindhaare me maindaadi ne bulaavaangaa
bundiyaan ya bhujiyaara mainthaal saja ja si,
kheer aur puda aur ma ke bhog laga ya si,
ji me jad daadi mainpankh ko dulaavaaga,
teejaya ke sindhaare me maindaadi ne bulaavaangaa
barasa puraani ma aake reet nibhaao ji,
arji yo harsh kaare aake maan badahaao ji,
maiya ke svaagat me mainpalake bichhaava ga,
teejaya ke sindhaare me maindaadi ne bulaavaangaa
teejaya ke sindhaare me maindaadi ne bulaavaanga,
maiya ji ka ral mil ke laad ladaava gaa