कर दो दूर प्रभु,
मेरे मन में अँधेरा है,
जब से तेरी लगन लगी,
हुआ मन में सवेरा है,
कर दों दुर प्रभु,
मेरे मन में अँधेरा है ॥
हरी तुमसे बिछड़े हुए,
कई युग बीत गए,
अब आन मिलो प्रियतम,
मेरे मन में प्यार तेरा है,
कर दों दुर प्रभु,
मेरे मन में अँधेरा है ॥
इतना तो बता दो मुझे,
मेरी मंज़िल है कहाँ,
अब ले चलो मुझको,
जहाँ संतो का डेरा है,
कर दों दुर प्रभु,
मेरे मन में अँधेरा है ॥
दर्शन पाये बिना,
दर से हटेंगे नहीं,
अब हमने डाल लिया,
तेरे दर पे डेरा है,
कर दों दुर प्रभु,
मेरे मन में अँधेरा है ॥
जब से तेरी लगन लगी,
मेरे मन की कलियाँ खिलीं,
अब जाग उठी किस्मत,
हुआ दर्शन तेरा है,
कर दों दुर प्रभु,
मेरे मन में अँधेरा है ॥
कर दो दूर प्रभु,
मेरे मन में अँधेरा है,
जब से तेरी लगन लगी,
हुआ मन में सवेरा है,
कर दों दुर प्रभु,
मेरे मन में अँधेरा है ॥
kar do door prbhu,
mere man me andhera hai,
jab se teri lagan lagi,
hua man me savera hai,
kar don dur prbhu,
mere man me andhera hai ..
hari tumase bichhe hue,
ki yug beet ge,
ab aan milo priyatam,
mere man me pyaar tera hai,
kar don dur prbhu,
mere man me andhera hai ..
itana to bata do mujhe,
meri manil hai kahaan,
ab le chalo mujhako,
jahaan santo ka dera hai,
kar don dur prbhu,
mere man me andhera hai ..
darshan paaye bina,
dar se hatenge nahi,
ab hamane daal liya,
tere dar pe dera hai,
kar don dur prbhu,
mere man me andhera hai ..
jab se teri lagan lagi,
mere man ki kaliyaan khileen,
ab jaag uthi kismat,
hua darshan tera hai,
kar don dur prbhu,
mere man me andhera hai ..
kar do door prbhu,
mere man me andhera hai,
jab se teri lagan lagi,
hua man me savera hai,
kar don dur prbhu,
mere man me andhera hai ..