Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

कृष्ण गोविन्द गोपाल गाते रहो,
मन को विषयो के विष से बचाते रहो,

कृष्ण गोविन्द गोपाल गाते रहो,
मन को विषयो के विष से बचाते रहो,
कृष्ण गोविन्द गोपाल गाते रहो


प्राण जाये मगर नाम भूलो नही,
दुःख में तड़पो नही सुख में फूलो नही,
प्राण जाये मगर नाम भूलो नही,
दुःख में तड़पो नही सुख में फूलो नही,
नाम धन का खज़ाना बढ़ाते रहो,
कृष्ण गोविन्द गोपाल गाते रहो

नाम जपते रहो काम करते रहो,
पाप की वासनाओ से डरते रहो,
नाम जपते रहो काम करते रहो,
पाप की वासनाओ से डरते रहो,
प्रेम भक्ति प्रेम भक्ति के आंसू बहाते रहो,
कृष्ण गोविन्द गोपाल गाते रहो

ख्याल आएगा उनको कभी ना कभी,
दर्श पाओगे उनके कभी ना कभी,
ख्याल आएगा उनको कभी ना कभी,
दर्श पाओगे उनके कभी ना कभी,
ऐसा विश्वास मन में जमाते रहो,
कृष्ण गोविन्द गोपाल गाते रहो,
कृष्ण गोविन्द गोपाल गाते रहो...

कृष्ण गोविन्द गोपाल गाते रहो,
मन को विषयो के विष से बचाते रहो,
कृष्ण गोविन्द गोपाल गाते रहो




krishn govind gopaal gaate raho,
man ko vishayo ke vish se bchaate raho,

krishn govind gopaal gaate raho,
man ko vishayo ke vish se bchaate raho,
krishn govind gopaal gaate raho


praan jaaye magar naam bhoolo nahi,
duhkh me tadapo nahi sukh me phoolo nahi,
praan jaaye magar naam bhoolo nahi,
duhkh me tadapo nahi sukh me phoolo nahi,
naam dhan ka khazaana badahaate raho,
krishn govind gopaal gaate raho

naam japate raho kaam karate raho,
paap ki vaasanaao se darate raho,
naam japate raho kaam karate raho,
paap ki vaasanaao se darate raho,
prem bhakti prem bhakti ke aansoo bahaate raho,
krishn govind gopaal gaate raho

khyaal aaega unako kbhi na kbhi,
darsh paaoge unake kbhi na kbhi,
khyaal aaega unako kbhi na kbhi,
darsh paaoge unake kbhi na kbhi,
aisa vishvaas man me jamaate raho,
krishn govind gopaal gaate raho,
krishn govind gopaal gaate raho...

krishn govind gopaal gaate raho,
man ko vishayo ke vish se bchaate raho,
krishn govind gopaal gaate raho




A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
7 Amazing Ways In Which Devotees Easily Overcome PainWhat Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?15 Obstacles That Can Easily Derail Us From Our Path Of BhaktiKey Importance Of Bhav And Ras In Krishna Bhakti



Bhajan Lyrics View All

ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।

New Bhajan Lyrics View All

भक्तो में एक भक्त मेरे,
हनुमान बड़े हैं प्यारे,
गणराज गणराज,
मोरे अंगना पधारो आज,
कोई कहे तू काशी में है,
कोई कहे कैलाश,
दुनियादारी के सब झूठे रिश्ते नाते
माँ सांचे दर तेरे आये मिथ्या जग को
अरे नर काहे पे करत गुमान, कोई नहीं अमर
कोई नहीं अमर रहो दुनिया में, कोई नहीं