Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

दुनिया की भीड़ में क्यों खो रहा,
मिलेगा कुछ भी ना फल जो बो रहा,

दुनिया की भीड़ में क्यों खो रहा,
मिलेगा कुछ भी ना फल जो बो रहा,
तू आजा घर लौट आ,
आ बेटे घर लौट आ...


मैं ढूँढू उस भेड़ को जो खो गयी,
गुनाहों की जेल में बंद हो गयी,
तू आजा घर लौट आ,
आ बेटे घर लौट आ...

गुनाहों में था अब तलक, तू जो धसा,
मकड़ी के जाल मे था जो फंसा,
तू आजा घर लौट आ,
आ बेटे घर लौट आ...

तू आँखे आब खोल कर सब जाँच ले,
तू सच और झूठ को अब माप ले,
तू आजा घर लौट आ,
आ बेटे घर लौट आ...

दुनिया की भीड़ में क्यों खो रहा,
मिलेगा कुछ भी ना फल जो बो रहा,
तू आजा घर लौट आ,
आ बेटे घर लौट आ...




duniya ki bheed me kyon kho raha,
milega kuchh bhi na phal jo bo raha,

duniya ki bheed me kyon kho raha,
milega kuchh bhi na phal jo bo raha,
too aaja ghar laut a,
a bete ghar laut aa...


maindhoondhoo us bhed ko jo kho gayi,
gunaahon ki jel me band ho gayi,
too aaja ghar laut a,
a bete ghar laut aa...

gunaahon me tha ab talak, too jo dhasa,
makadi ke jaal me tha jo phansa,
too aaja ghar laut a,
a bete ghar laut aa...

too aankhe aab khol kar sab jaanch le,
too sch aur jhooth ko ab maap le,
too aaja ghar laut a,
a bete ghar laut aa...

duniya ki bheed me kyon kho raha,
milega kuchh bhi na phal jo bo raha,
too aaja ghar laut a,
a bete ghar laut aa...




A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
How To Cultivate Gratitude For God And Feel Blessed In Life?84 Beautiful Names Of Lord Shri Krishna (with Meaning) – Reading Them Fills The Heart With LoveThe Four Main Vaishnav Sampradayas & ISKCON7 Amazing Ways In Which Devotees Easily Overcome Pain



Bhajan Lyrics View All

एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥

New Bhajan Lyrics View All

बाबा का जन्मदिन आया बड़ा सुन्दर दरबार
के खाटू चलो मौज मिलेगी, प्रेमियों की
सखी दोष नहीं मनमोहन का,
वह बांस बुरे जिनकी बंसी,
श्याम सलोनो प्यारो म्हारो, मैं लुल लुल
मन को मोर्यो नाचन लाग्यो झूम झूम गावा,
मेरे घर कबहू ना आवे सांवरिया रोजरोज
रोजरोज तरसावे कान्हा रोजरोज तरसावे,
पवन कुमार ह्रदय में आओ,
जैसे पाप की लंका जलाई,