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धुन अफ़साना लिख रही हूँ

धुन अफ़साना लिख रही हूँ

क्या कहना वाह क्या कहना ,
बाला जी सरकार का,
वस गया है, जलवा दिल में, तेरे दरबार का
क्या कहना वाह क्या कहना

इस मंदिर जैसा और नहीं, पूरे संसार में
हर अर्ज़ी होती पूरी, यहाँ पहली बार में
रखते ख्याल बाला जी
हर सेवादार का,
वस गया है, जलवा दिल में, तेरे दरबार का,
क्या कहना वाह क्या कहना,

झुकते हैं रोज़ हज़ारों, मेहंदीपुर धाम में
है अगम अगोचर शक्ति, सालासर धाम में
भूतों और प्रेतों को भी
डर इनकी मार का,
वस गया है, जलवा दिल में, तेरे दरबार का,
क्या कहना वाह क्या कहना,

इस धाम की मिटटी भी, पावन पुनीत है
यहाँ रहते बाला जी के, हर ज़ुबान पे गीत हैं
संकट हरते बाला जी
भक्तों के परिवार का,
वस गया है, जलवा दिल में, तेरे दरबार का,
क्या कहना वाह क्या कहना,

यहाँ आकर दिल को धीरज, मिलता अपार है
जो है इनका दीवाना, यह उनका विचार है
कल्याण करे बाला जी
पूरे परिवार का,
वस गया है, जलवा दिल में, तेरे दरबार का,
क्या कहना वाह क्या कहना,
धुन जय जय राम, , जय सिया राम
जय जय राम राम राम , जय जय सिया राम
जय जय राम, , जय सिया राम

धुन अफ़साना लिख रही हूँ



dhun apahasaana likh rahi hoon

dhun apahasaana likh rahi hoon

kya kahana vaah kya kahana ,
baala ji sarakaar ka,
vas gaya hai, jalava dil me, tere darabaar kaa
kya kahana vaah kya kahana

is mandir jaisa aur nahi, poore sansaar me
har arzi hoti poori, yahaan pahali baar me
rkhate khyaal baala jee
har sevaadaar ka,
vas gaya hai, jalava dil me, tere darabaar ka,
kya kahana vaah kya kahana,

jhukate hain roz hazaaron, mehandeepur dhaam me
hai agam agochar shakti, saalaasar dhaam me
bhooton aur preton ko bhee
dar inaki maar ka,
vas gaya hai, jalava dil me, tere darabaar ka,
kya kahana vaah kya kahana,

is dhaam ki mitati bhi, paavan puneet hai
yahaan rahate baala ji ke, har zubaan pe geet hain
sankat harate baala jee
bhakton ke parivaar ka,
vas gaya hai, jalava dil me, tere darabaar ka,
kya kahana vaah kya kahana,

yahaan aakar dil ko dheeraj, milata apaar hai
jo hai inaka deevaana, yah unaka vichaar hai
kalyaan kare baala jee
poore parivaar ka,
vas gaya hai, jalava dil me, tere darabaar ka,
kya kahana vaah kya kahana,
dhun jay jay ram, , jay siya ram
jay jay ram ram ram , jay jay siya ram
jay jay ram, , jay siya ram

dhun apahasaana likh rahi hoon







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