Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

ना तुम सा है दानी कोई, ना तुम सा है साथी कोई,
हो जिसको सहारा ना, श्याम उसका सहारा तू ही,

ना तुम सा है दानी कोई, ना तुम सा है साथी कोई,
हो जिसको सहारा ना, श्याम उसका सहारा तू ही,
जग घुमिया ना थारे जैसा ना कोई...


श्याम के दर पे लाता जो भी झोली खाली है,
बगिया की जिसकी बनता श्याम मेरा माली है,
छाती है बहार वहां आती खुशहाली है,
बगिया की जिसकी बनता श्याम मेरा माली है,
वो खाटू वाला श्याम जहां,
ना वहां परेशानी कोई, रहे गम कोई ना वहां,
जहां जय श्री श्याम कहीं, जय जय श्री श्याम कहना,
जग घुमिया ना थारे जैसा ना कोई...

शीश का है दानी बाबा तीन बाण धारी है,
डूबते की नैया तुमने पार उतारी है,
चरणों में रखना मुझको बाबा तुम अपने,
भक्तों के तेरे बाबा यही बस सपने,
ना तुम सा है दानी कोई, ना तुम सा है साथी कोई,
तुमसे बस यही कहना,
जग घुमिया ना थारे जैसा ना कोई,
जग घुमिया ना थारे जैसा ना कोई...

ना तुम सा है दानी कोई, ना तुम सा है साथी कोई,
हो जिसको सहारा ना, श्याम उसका सहारा तू ही,
जग घुमिया ना थारे जैसा ना कोई...




na tum sa hai daani koi, na tum sa hai saathi koi,
ho jisako sahaara na, shyaam usaka sahaara too hi,

na tum sa hai daani koi, na tum sa hai saathi koi,
ho jisako sahaara na, shyaam usaka sahaara too hi,
jag ghumiya na thaare jaisa na koi...


shyaam ke dar pe laata jo bhi jholi khaali hai,
bagiya ki jisaki banata shyaam mera maali hai,
chhaati hai bahaar vahaan aati khushahaali hai,
bagiya ki jisaki banata shyaam mera maali hai,
vo khatu vaala shyaam jahaan,
na vahaan pareshaani koi, rahe gam koi na vahaan,
jahaan jay shri shyaam kaheen, jay jay shri shyaam kahana,
jag ghumiya na thaare jaisa na koi...

sheesh ka hai daani baaba teen baan dhaari hai,
doobate ki naiya tumane paar utaari hai,
charanon me rkhana mujhako baaba tum apane,
bhakton ke tere baaba yahi bas sapane,
na tum sa hai daani koi, na tum sa hai saathi koi,
tumase bas yahi kahana,
jag ghumiya na thaare jaisa na koi,
jag ghumiya na thaare jaisa na koi...

na tum sa hai daani koi, na tum sa hai saathi koi,
ho jisako sahaara na, shyaam usaka sahaara too hi,
jag ghumiya na thaare jaisa na koi...








Bhajan Lyrics View All

तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री

New Bhajan Lyrics View All

जा दिन मन पंछी उड़ जैहैं
इक बारी वृन्दावन जाना पै गया,
मैं तां मुड़ आई दिल उत्थे रह गया...
हार को अपनी भूल गया प्रभु,
जब से तेरा साथ मिला
रे मन हरि सुमिरन करि लीजे
भोले के संग में निकली मैया मेरे घर वो
मेरे घर वो आएंगी हां मेरे घर वो आएंगी...