Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

भोले ऐसी कृपा बरसा दे,
है दीवाने तेरे, है दीवाने तेरे,

भोले ऐसी कृपा बरसा दे,
है दीवाने तेरे, है दीवाने तेरे,
इन दीवानो से अंखिया मिला ले,
भोले ऐसी कृपा बरसा दे...


बिन तुम्हारी मेहर भोले शंकर,
कैसे संवरेगी ये, कैसे संवरेगी ये,
ज़िंदगानी मेरी समझा दे,
भोले ऐसी कृपा बरसा दे...

धन दौलत की किसको तमन्ना,
मैं भिखारी तेरे, मैं भिखारी तेरे,
दर्शनों का तू दर्शन करा दे,
भोले ऐसी कृपा बरसा दे...

मेरे दिल को लगन बस तुम्हारी,
‘नंदू’ कुछ ना मिले, ‘नंदू’ कुछ ना मिले,
प्रेम गंगा में डुबकी लगा दे,
भोले ऐसी कृपा बरसा दे...

चाहूँ चरणों में तेरे ठिकाना,
तेरी मर्जी है क्या, तेरी मर्जी है क्या,
फैसला भोले अपना सुना दे,
भोले ऐसी कृपा बरसा दे...

भोले ऐसी कृपा बरसा दे,
है दीवाने तेरे, है दीवाने तेरे,
इन दीवानो से अंखिया मिला ले,
भोले ऐसी कृपा बरसा दे...




bhole aisi kripa barasa de,
hai deevaane tere, hai deevaane tere,

bhole aisi kripa barasa de,
hai deevaane tere, hai deevaane tere,
in deevaano se ankhiya mila le,
bhole aisi kripa barasa de...


bin tumhaari mehar bhole shankar,
kaise sanvaregi ye, kaise sanvaregi ye,
zindagaani meri samjha de,
bhole aisi kripa barasa de...

dhan daulat ki kisako tamanna,
mainbhikhaari tere, mainbhikhaari tere,
darshanon ka too darshan kara de,
bhole aisi kripa barasa de...

mere dil ko lagan bas tumhaari,
nandoo kuchh na mile, nandoo kuchh na mile,
prem ganga me dubaki laga de,
bhole aisi kripa barasa de...

chaahoon charanon me tere thikaana,
teri marji hai kya, teri marji hai kya,
phaisala bhole apana suna de,
bhole aisi kripa barasa de...

bhole aisi kripa barasa de,
hai deevaane tere, hai deevaane tere,
in deevaano se ankhiya mila le,
bhole aisi kripa barasa de...




A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
What Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?9 Must Have Qualities Of A Good Vaishnav DevoteeThe Four Main Vaishnav Sampradayas & ISKCON15 Obstacles That Can Easily Derail Us From Our Path Of Bhakti



Bhajan Lyrics View All

सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम

New Bhajan Lyrics View All

वन में मच रही हाहाकार,
घोड़ा पकड़ लिया लव कुश ने,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ मेरी माँ,
सुनले फरियाद शेरावाली,
तेरा जादू खाटू वाले ऐसा सर पे छा गया,
मैं फिर से खाटू आ गया...
जय जय जय हनुमान महाप्रभो,
जय अंजनी के लाला,
हट कर बैठी पार्वती रानी,
पिता घर जाने की आज्ञा दो स्वामी...