Lyrics - Radha Krishna Bhajans





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कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा

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कलुआ इक्लो ही बीहाने आयो,
परिवार संग नहीं लायो,
नंद किशोर वो माखन चोर प्यारा लागे,
छलिया नटखट वो चित चोर न्यारा लागे...
श्याम धणी जी म्हारा श्याम धणी,
नचने दा मौसम है नचा लो श्याम धणी...
लांगुरिया मोहे ले चल करौली मेला,
करौली मेला करौली मेला,
दिल से दो आवाज़ ये दौड़ा आएगा,
बिगड़े बनेंगे काज ये श्याम बनाएगा,