अपनी मर्ज़ी नहीं चलदी, तुसी सदया ते असी आये,
असी कई सुनेहे घल्ले, साडी पेश कोई ना चल्ले,
हुन तुसा ने कर्म कमाए,
अपनी मर्ज़ी नहीं चलदी...
तेरे दर दी रीत निराली, सारे कहन्दे ने,
कोई मुड़िया ना दर तो खाली, सारे कहन्दे ने,
साडी झोली भी माँ भरदे, असी तरले मिंता करदे,
चरणा विच डेरे लाये,
अपनी मर्ज़ी नहीं चलदी...
असी बड़े चीरा तो माइये उडीका लाईया ने,
अज्ज तेरे मिलन दिया सोहनिया घड़िया आईया ने,
सादे चेहरिया उत्ते लाली, असी बन गए तेरे सवाली,
साथो ख़ुशी ना झल्ली जाए,
अपनी मर्ज़ी नहीं चलदी...
असी चढ़ के चढ़ाईया गुफा दे अंदर जावांगे,
असी पिंडी रानी माँ दे दर्शन पावागे,
जगदम्बे मईया भोली, भर देंदी सब दी झोली,
कोई ना खाली जाए,
अपनी मर्ज़ी नहीं चलदी...
अपनी मर्ज़ी नहीं चलदी, तुसी सदया ते असी आये,
असी कई सुनेहे घल्ले, साडी पेश कोई ना चल्ले,
हुन तुसा ने कर्म कमाए,
अपनी मर्ज़ी नहीं चलदी...
apani marzi nahi chaladi, tusi sadaya te asi aaye,
asi ki sunehe ghalle, saadi pesh koi na challe,
hun tusa ne karm kamaae,
apani marzi nahi chaladi...
tere dar di reet niraali, saare kahande ne,
koi mudiya na dar to khaali, saare kahande ne,
saadi jholi bhi ma bharade, asi tarale minta karade,
charana vich dere laaye,
apani marzi nahi chaladi...
asi bade cheera to maaiye udeeka laaeeya ne,
ajj tere milan diya sohaniya ghadiya aaeeya ne,
saade chehariya utte laali, asi ban ge tere savaali,
saatho kahushi na jhalli jaae,
apani marzi nahi chaladi...
asi chadah ke chadahaaeeya gupha de andar jaavaange,
asi pindi raani ma de darshan paavaage,
jagadambe meeya bholi, bhar dendi sab di jholi,
koi na khaali jaae,
apani marzi nahi chaladi...
apani marzi nahi chaladi, tusi sadaya te asi aaye,
asi ki sunehe ghalle, saadi pesh koi na challe,
hun tusa ne karm kamaae,
apani marzi nahi chaladi...