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उड़ते रंग गुलाल लाल और उड़ते रंग केसरिया,
चलो खाटू बुलावे सांवरिया...

उड़ते रंग गुलाल लाल और उड़ते रंग केसरिया,
चलो खाटू बुलावे सांवरिया...


बाजे ढोल नगाड़ा बाजे झूम झूम करतारी,
फागण के मौसम में खेलें होली ले पिचकारी,
रंग बिरंगी नज़र आ रही देखो श्याम नगरिया,
चलो खाटू बुलावे सांवरिया...

रंगो में संसार रंगा है रंगा है तन मन सारा,
जिधर देखती हैं ये आँखें दिखता अलग नज़ारा,
प्रेम छलकता ऐसे जैसे जल की कोई गगरिया,
चलो खाटू बुलावे सांवरिया...

श्याम नाम का पी कर प्याला भगत सभी हर्षावे,
रंग रंगीले हाथ माहि ले निशान लहरावें,
श्याम दरश को तरस रही है प्यासी आज नजरिया,
चलो खाटू बुलावे सांवरिया...

टाबरिया को लगन लाग रही पंख अगर मैं पाऊं,
उड़ कर जाऊं श्याम से मिलने जीवन सफल बनाऊं,
ऋतू आयी पे धड़क मिलन की ठंडी चले पयरिया,
चलो खाटू बुलावे सांवरिया...

उड़ते रंग गुलाल लाल और उड़ते रंग केसरिया,
चलो खाटू बुलावे सांवरिया...




udate rang gulaal laal aur udate rang kesariya,
chalo khatu bulaave saanvariyaa...

udate rang gulaal laal aur udate rang kesariya,
chalo khatu bulaave saanvariyaa...


baaje dhol nagaada baaje jhoom jhoom karataari,
phaagan ke mausam me khelen holi le pichakaari,
rang birangi nazar a rahi dekho shyaam nagariya,
chalo khatu bulaave saanvariyaa...

rango me sansaar ranga hai ranga hai tan man saara,
jidhar dekhati hain ye aankhen dikhata alag nazaara,
prem chhalakata aise jaise jal ki koi gagariya,
chalo khatu bulaave saanvariyaa...

shyaam naam ka pi kar pyaala bhagat sbhi harshaave,
rang rangeele haath maahi le nishaan laharaaven,
shyaam darsh ko taras rahi hai pyaasi aaj najariya,
chalo khatu bulaave saanvariyaa...

taabariya ko lagan laag rahi pankh agar mainpaaoon,
ud kar jaaoon shyaam se milane jeevan sphal banaaoon,
ritoo aayi pe dhadak milan ki thandi chale payariya,
chalo khatu bulaave saanvariyaa...

udate rang gulaal laal aur udate rang kesariya,
chalo khatu bulaave saanvariyaa...








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