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ढोल नगाड़े लेकर बाबा,
हम तेरे दर पे आएंगे

ढोल नगाड़े लेकर बाबा,
हम तेरे दर पे आएंगे
धूम मचाएंगे खाटु में धूम मचाएंगे...


फागुन के महीने खाटु में,
आनन्द जो हमें आता है,
बाबा श्याम का हर एक प्रेमी खुल के मौज उड़ाता है,
महीना है ये रंगरंगीला,
श्याम रंग रंग जाएंगे,
धूम मचाएंगे खाटु में...

अजब निराली शान है देखो,
श्याम धणी सरकार की,
एक झलक को तरस रहे हम,
बाबा के दीदार की,
करके दर्शन बाबा के हम,
जीवन सफल बनाएंगे,
धूम मचाएंगे खाटु में...

रवि लग्न से मस्त मगन से,
तेरी नगरी आया है,
एक निशान हाथ है संग में,
रंग गुलाल भी लाया है,
है मेरी ये श्याम तमन्ना,
रज के रंग लगाएंगे,
धूम मचाएंगे खाटु में...

ढोल नगाड़े लेकर बाबा,
हम तेरे दर पे आएंगे
धूम मचाएंगे खाटु में धूम मचाएंगे...




dhol nagaade lekar baaba,
ham tere dar pe aaenge

dhol nagaade lekar baaba,
ham tere dar pe aaenge
dhoom mchaaenge khaatu me dhoom mchaaenge...


phaagun ke maheene khaatu me,
aanand jo hame aata hai,
baaba shyaam ka har ek premi khul ke mauj udaata hai,
maheena hai ye rangarangeela,
shyaam rang rang jaaenge,
dhoom mchaaenge khaatu me...

ajab niraali shaan hai dekho,
shyaam dhani sarakaar ki,
ek jhalak ko taras rahe ham,
baaba ke deedaar ki,
karake darshan baaba ke ham,
jeevan sphal banaaenge,
dhoom mchaaenge khaatu me...

ravi lagn se mast magan se,
teri nagari aaya hai,
ek nishaan haath hai sang me,
rang gulaal bhi laaya hai,
hai meri ye shyaam tamanna,
raj ke rang lagaaenge,
dhoom mchaaenge khaatu me...

dhol nagaade lekar baaba,
ham tere dar pe aaenge
dhoom mchaaenge khaatu me dhoom mchaaenge...








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