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आया सावन आया भोले नाथ ने भुलाया रे
रे चालो रे चालो चालो रे हरिद्वार,
सबका लौटा निर्मल जल से प्रेम पूर्वक
लाया पिंड बाजरे का भोले आ के भोग लगा ले,
पहले कावड़ उठा ले माथे तिलक लगा ले,
आये भोले की नगरियां तू चली पंडाल,
सारे जग में गूंज रही है तेरी जय जय कार ओ
तेरी दया से ही जो सारा चाले से संसार ओ
नमो ॐ नमो शिवाये है ये मुक्ती का उपाये,
जपले हे प्राणी शिव का मन्त्र ये हर हर
भोले जी तेरी इक ना मानुगी तेरे सिलवटा
मम्मी मैं भी कावड़ लाऊ हरिद्वार की राह
बम बम भोले करता आउ सावन की फुहार में,
बम बम बोल के चलो रे दिल खोल के,
भोले की कावड़ ल्यावे हरिद्वार से
कठे से आयो श्याम,
कठे से आयो शंकर,
भोले बाबा तो बड़े दानी है तीनो लोको के
जब डमरू भजाये सारे जग को नचाये,
वॉल्यूम फुल करके आज डी जे हम भजाये गे,
भक्ति में भोले की नाचेंगे झूमे गे
आयो हरिद्वार को स्टेशन भरी कावड़ियों
कावड़िया बने खिलाड़ी भोले संग लायो
सुन सांवरिया मेरी बात ज़रा
हर बार मैं खाटू आऊं कभी तू भी घर मेरे आ
मैं जाऊ मेला में हरिद्वार नाथ तू भंग
माहरे जोगी वाले ठाठ करेगी क्या मेला
चाहे नचाले जितना अपने दरबार में मुझको
बांसुरीया लेके आजा मेरे श्याम कदम के
दोवे इक दू्जे दे दिल विच रहने आ,मैं ते
असी विछोड़ा एक दूजे दा सहने ना,मैं ते
छु छा छारा रारा हॉवे भवना दे विच,
जय माता दी जय अम्बे दी हॉवे गड्डी दे
शिव भजन तर्ज ले चल परली पार
जहां बिराजे भोले बाबा नंदी के असवार
श्याम भजन : तर्ज शायद मेरी शादी का
काशी वासी ओ अविनाशी तेरे दर पे आई हु,
न्हाले मेरे भोले जल हरिद्वार से लाइ
हे गोरा जी पायल बोले छम छम भोले जी का
मिले के ने कावड़िया बोले बम बम भोले
मेरी कावड़ को करो स्वीकार तुम,
हे तिरलोकी भोले नाथ जी,
भोले का डमरू बोले बोल बम बम बम ओमकारा,
रटती जो हर हर बहती धरा पर माँ गंगा की
गोरा घोट के भांग पीला दे नाचू गा तेरे
किसी और पे भांग घुटा ले आउ न तेरी बात
फुला नाल सजाया दरबार चिंतपूर्णी दा,
मेला बड़ा भरे हर साल चिंतपूर्णी दा,
दुनिया जाने शिवलिंग छुपाये बैठे हो
मके में ही जल चड़ाउ गा अब की सावन के
गौरा रानी ने जपी ऐसी माला मिला है देखो
मिला है जोगी मतवाला गौरा रानी ने जपी
छड़ जग दे झगड़े झड़े आ बन जा नौकर माई
माँ आपे करू नवेडे आ बन जा नौकर माई दा,
छु छा छारा रारा हॉवे पहाड़ा दे विच विच,
जय बाबे दी जय बाबे दी हॉवे गड्डी दे विच,
जय कारे लगाओ महादेव के,
ये गमो को ख़ुशी में बदल देते है,
मुझे श्याम ले लो अपनी शरण,
चरणों में रखना मुझको जन्मो जन्म,
सच कहता हु मैं कसम से,
सोने चांदी न धन से करलो सेवा तन मन से,
लेता हु जब नाम तेरा हिचकिया मेरी रुक
आज लगा झुँझन वाली को मेरी याद भी आती है,
म्हारा कुंज बिहारी हे बिहारी कृष्णा
बरसाने गांव रे बोले मोर,
इक छोटी सी कन्या पार्वती शिव शंकर की
भूल हुई काई ये काइयाँ रूसा हो,
टेर सुनो सा सवाल सा म्हारी काई सुतिया
तुहाडा शुक्र करा मैं गुरु जी तुहाडा
तुसा लगाइया तोड़ निभाइयाँ मैं शुकर
ओ मेरे सांवरिया इक अर्ज़ी है सुनले
भक्ति चाहूँ तेरी अपनी भक्ति दे दे
मेरा सतिगुरु दीं दयाल राती सपने दे विच
जेह्डा रहंदा हर दम नाल राती सपने दे
प्रियतमा कहूँ, श्यामा कहूँ, या
कुछ समझ पाऊँ नहीं, अब आपको मैं क्या
आ जाओ....माँ गौरी,
चार वेध के शास्त्र देख लो ॐ सरेखा नाम
सरवन जैसा नही रे सेवक कौसल्या शी माता
जटाधारी बनके त्रिपुरारी बनके चले आना,
भोले चले आना, चले आना...
साई तेरो नाम बनाये हर काम साई तेरो नाम,
तेरे द्वारे जो भी आये बिन मांगे सब कुछ
मेरा दिल दीवाना हो गया वृंदावन की
वृंदावन की गलियों में बरसाने की
छोड़ के सारी चिंता छोड़ के सारे गम,
बोलो बम बम बम,
मेरे भोले की मूरत सजी है
शिव रात्रि की धूम मची है
मेरे शिव भोले भंडारी की महिमा है बड़ी
जो माँगा वो मिला सबको ये दुनिया कह रही
देव महादेव निराले है बड़े भोले बाले,
पल में वर देने वाले ,
तुम पर जाओ बलिहार सदा शिव तुम पर जाउ
हे मेरा जोगी हे मेरा जोगी,
बरसात हो रही है बरसात हो रही है,
शिव की किरपा की हम पे बरसात हो रही है,
मेरा भोले बोला भाला सुरतिया है प्यारी,
मरती है सुरतिया पर ये दुनिया सारी,
शहनाइयां भजाओ जी शिव रात आ गई,
शिव रात आ गई आ गई शिव रात आ गई,
अख्खां थक्क गईआं तकक तक्क राह,
एक वारी आजा जोगियां,
भोले बाबा से मिलना असान नही
थोडा कष्ट उठाना पड़ता है
हम पे करदो किरपा राधा रानी कब से दर पे
दान भगति का दे महारानी कब से झोली
दुखियो के दुखड़े मिटने सोये सोये भाग
बैठी खोल के दया के भण्डार माँ जैसा कोई
रुपीया पैसा सोना चांदी धन बरसादे रे,
कन्हियाँ टाटा और अम्बानी जैसा मुझे
एहसान किये हैं जो हम पर
हम कभी चुका ना पाएंगे
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