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मेरी कखा दी कुली नु भाग ला देयो,
मैडी विच रहन वालियों
मेरे मन मंदिर के राम, गुरु बिन कोई नहीं
लिया गुरु रूप अवतार, हरि बिन कोई नहीं
पा के घुंगरू नचा मैं दर तेरे,
मैया जी मैं फकीर हो गया
अख्खिओं नी अख्खिओं नी,
अख्खिओं नी अजे बंद न होना मियाँ आना ऐ,
सुंदर फल जिस पाठ का,उसका सुन्दरकाण्ड
सुनकर खुश होते श्रीराम,सुनकर खुश होते
डम डम डमरू भजावे होके मस्त मगन में
महल अटारी छोड़ छाड़ के बस हां बैल
आ गये आ गये इक नही दो नही आये कई हजार,
स्वान का मेला भोले आये हरिद्वार,
आया कवाड का मेला मुझे भूली दुनिया दारी
मुझे भोले के नाम की मस्ती चढ़ गई मस्ती
बिगड़ी बात बनाते देखा एक फकीरा शिरडी
दुखड़े दूर भगाते देखा इक फकीरा शिरडी
नजारा माँ के द्वार का देखू मैं दरबार
माँ आना आना अम्बे दर्शन दिखाना,
नील कंठ के दर्शन करता कावड़ियों का
बम बम बोल रहा भोला,
श्री राधा रसिक बिहारी,जय राधा रसिक
तेरी सूरत है प्यारी प्यारी श्री राधा
कान्धे पे कांवर लेलो भोल बम का नारा
हर हर महादेव दिल में भगती का रस तू घोलो.
बड़ा नेक लगे बाबा का भवन झूम झूम गीत
ॐ नमः शिवाये के भजे महादेव से ही खुश
जीमे मर्जी एह जिन्दगी चला देवे असी
चाहे रंक या बादशाह बना देवे असी सा?
मन के बहुत कुरंग हैं, छिन्न छिन्न बदले
एक ही रंग में जो रहे, ऐसा विरला कोई
लो सत जुलाई आया गुरु जी दा जन्मदिन है,
सारे संगता नु होण वधाईयां गुरु जी दा
श्याम नाम के हीरे मोती मैं बिखराऊ गली
लेलो रे ओ श्याम दीवानो टेर लगाऊ गली
लीले घोड़े रा असवार श्याम थाने याद
ओ महारा ये ही पालनहार श्याम थाने याद
गुरु शब्द है, गुरु समझ है, गुरु
गुरु के द्वारा शिष्य, अपने लक्ष्य तक
किसने बजाई सखी बाँसुरिया किसने बजाई
पहले सुर में मोहे राधिका झलकी प्रेम
श्री राम लिखे तो मिटे कैसे भगवान् लिखे
पानी की नाव पानी में चले,
दुख में मत घबराना पंछी,ये जग दुःख का
चाहे भीड़ भड़ी अम्बर पर उड़ना तुझे
तेरा दर ना छोड़ा जावे बाबा श्याम धणी
तेरे चरणों में जान लुट जावे बाबा श्याम
पर्वत पे मंदिर निराला है धाम मियां का
सब की बिगड़ी बनाने को मियां मेरी,
जय सिया राम सिया राम जय जय राम,
जय जय राम सिया राम सिया राम जय जय राम,
मन्ने दर्शन देदे हनुमान बहुत दुःख पा
प्रेम दीवानी मीरा के प्रभु भाग ऐसे
साथ है गिरधर मुरारी और अब क्या मांगे,
कान्हा के चरण दऊ दोई चरणमत पीयू गी,
भरी हुई रस की गगरिया सा मीठा,
सिया राम कहो हरी राम कहो प्रभु राम रे,
तर्ज- कुण जाणे या माया श्याम की
तेरा कृष्ण से गिरकना हम आई देने
बहुत घना समजाया पर बेकार गया समजाना
हनुमान के सेवक हम है ऐसे ही मतवाले,
पीते राम नाम के प्याले अपने है अंदाज
वेखि खुल्दे नसीब तेरे जेहड़े ने करीब,
ओहो कदे भी न विच मजधार होंगे,
तर्ज - स्वर्ग से सुन्दर सपनो से प्यारा
महाकाल की किरपा से तेरा जीवन है
बम बम महाकाल बम भोला,
कोई माँ तेरे जैसे दौलत नहीं है,
जरा सी भी तुझमे नफरत नहीं है,
आजु मिथिला नगरिया निहाल सखिया,
चारों दुलहा में बड़का कमाल सखिया!
तू प्रेम से ओढ़ले प्यारी चुनरियाँ
इस चादर की ओट तान के सब की नाव चली,
आज सत जुलाई आई आ,
आज घर घर वजी वधाई आ,
सब कुछ मिलता जाता है माँ बाप नहीं
ज़िंदगी भर पछताते जो कदर नहीं करते,
मीरा देखें राह प्रभु की कब आओगे श्याम,
कब दोगे अरे दर्शन कही निकल न जाए प्राण,
राधा का नाम प्यारा जीवन का है सहारा,
भव से पार होने का सब से बड़ा किनारा,
झूम रहा खुशियों से मन मेरे साईं आने
छोड़ के अब शिर्डी का आंगन मेरे साईं
अपना लाल मोहे दिखादे रे मियां सुन
ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो
मैं हु तेरी प्रेम दीवानी मुझको तू
मेरा किथे गया बंसरीवाला सखिया तो राधा
बल भुधि के दाता हनुमात कलयुग में
मंगल के मगंल करता अंजनी सूत ही हनुमान
जग में शिव के नाम का डंका भाजे है,
भोले बाबा भगतो के रखवाले है,
तेरी मै तो प्रेम दीवानी मेरा दर्द न
सुनते है अरदास गुरु जी सुनते है,
सुन ते है सुन ते है रख इन पर विश्वाश
भांग मत पीवे भोला नाथ आज तने जयदा चढ़
ओ गोरा भांग की सुन करा मात पीला दे मेरी
भंगियाँ में डूभ गये हो सुध विसराओ भोला
मैं थक गई भंगियाँ पीसत हाथ दुखायो भोला
लोका दे सहारे बड़े होंगे मेरा ता सहारा
लोका दे गुजारे बड़े होंगे मेरा ता
बाबा अमरनाथ जागो कुछ करो न आस लगाये है,
बम के धमाकों में भी दीवाने हर हर बम बम
शिरडी वाले दर जो बछर आ गया,
मांग न क्या है बिन मांगे वो पा गया,
तम्बू में ही रहे अब मेरे राम जी,
ये तो हम हिन्दूयो को गवारा नहीं,
देता शिरडी वाला साई शरणागत का साथ,
मैं भी तेरी शरण में आया थाम ले मेरा हाथ
आना आना जी मोहन मेरी गलियां,
जैसे राधा ने माला जपि श्याम की
मैंने ओहडी चुनरियाँ तेरे नाम की,
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