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झूम रहे अनजान प्रदेश के नर नारी सब
आज अनजान के घर जनम लियो माता अंजनी के
भोले बाबा ने यु ही बजाया डमरू,
सारा केलाश पर्वत मगन हो गया,
एक बार मैरे भोले, घर मेरे चले आना,
किस्मत मेरी सोई है, भोले आकर जगह जाना,
कन्हैया तेरी बांकी अदाओं ने मारा,
बिसर गयी मोहे सुध तन मन की,
पाँव में घुंगरू बांध के नाचे जपे राम
बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला,
मैं साई नाथ का दीवाना सारा जनता
दुनिया बदले तो बदले साई तू बदल ना जाना,
सारे तीरथ धाम आपके चरणों में,
हे हनुमान परनाम आपके चरणों में,
शिरडी के सरकार जग मग जग मग करता है हर पल
मेहंदीपुर के बाला जी मैं तेरे दर पे
आके तेरे मंदिर में मैं तेरे दर्शन
राम भकत हनुमान बालाजी मेरे घर आना,
बिलकुल बगल में मकान बाला जी मेरे घर
अरे बाला जी का देखो लगाया रे मेला है
श्री राम का सच्चा सेवक मेहंदीपुर
दुःख दर घना सताया शरण में आया आज
हे काल के पंजे से बाला बचाओ ओ
हे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम मेहंदीपुर
ॐ सुंदरम् ॐ राम सुंदरम् :
मेरे मोहन बदल के नाम आ गये शिरडी में,
श्याम सुंदर बने साईं राम आ गए शिरडी
मैं बेकदर था कदर हो गई मेरे सांवरे की
ये बाल घुंगराले नैना काले काले,
नजर सँवारे लग ना जाये कही,
बड़ी दूर से आया हु संवारे कहने दिल की
लाज रखो मेरे श्याम,
साई साई बोले जा तू साई साई बोले जा,
श्रद्धा सभुरी के पलड़े में कर्म तू
साई तेरे कर्म की बरसात हो रही,
बाबा तेरे कर्म की बरसात हो रही,
यो तो फाग खेलके आयो रे बरसाने से
बरसाने से कन्हैया बरसाने से कन्हैया
माये नी मेरा करदे गिरधर नाल विवाह,
मैं गिरधर दी गिरधर मेरा,
दयालु तुम्हारी दया चाहता हूँ,
चरणों में थोड़ी जगह चाहता हूँ,
एक बार हमसे संवारे नजरे मिलाये,
दिल को तो मैंने आपके कदमो में रख दियां,
तेरी किरपा जो श्याम हो जाये,
मेरी नैया भी पार हो जाये,
गौरा जी के लाल गजानन झूलेंगे ॥
सांस देना प्रभु इतनी तो कम से कम,
तुमसे मिलने से पहले न निकले ये दम,
किसने सजाया तुमको इतना शृंगार करके,
मैं लूट गई कन्हैया दीदार यार करके,
तेरे हाथ भक्ता दी डोर,
कभी न छूटे डोर सवारा डोर बड़ी कमजोर,
श्याम दीवाने आये झूमे सब नाचे गाये,
खाटू नगरी में हुआ अज़ाब धमाल,
बांके बिहारी कृष्ण मुरारी मेरे बारी
दर्शन दीजियो शरण में लीजियो,
जद मैं नाम दा सुरमा पाया मेरी अख खुल
मेरी अख खुल गई सारा जग भूल गई,
भुले नु लोकी मता दिंदे,भुलिया आ बह जा
विच मसीता दे की कुज हुंदा जे दिलो नमाज
जब तुझे दिल से भुलाने की कसम खाई है,
और पहले से भी जादा तेरी याद आई है,
होली खेले रे सांवरिया होली खेले रे,
ओ खेले सब भक्तन के साथ सांवरियां होली
सुनले सुनले मेरे भोले बाबा,
बंदा तेरा लाचार ओ शम्भू कैसे औ तेरे
जिहनू याद बाबे दी आवे,
ओहनू घर विच चैन ना आवे
तुम दिल से पुकारोगे माँ दौड़ी चली आएगी
आपने इन भगतो को मईया दर्श दिखायेगी
बाला जी ओहो बाला जी
तुम्हें मनाऊ मै, सिंदूर लगा लगा के
लड्डू राम नाम का खा ले, तेरा हो जागा
भर भर बुकटे मेहंदीपुर में, बाँट रहे
खाटू जी दरबार गया मैं अजब नजारा देखा,
सोना चाँदी के मंदिर में बाबा बैठा
मैनु रख चरना दे कॉल शिरडी वलियाँ,
मेरे पाप पुण्य ना तोल शिरडी वलियाँ,
मस्त बन जा मस्त बन जा मस्त बन जा ओ
पिले तू प्याला साईं जी के नाम का,
तेरा क्या मुझसे नाता तू इतना प्यार
नहीं मैं क़ाबिल तेरे तू फिर क्यों साथ
अमृत बेला गया आलसी सो रहा बन आभागा,
साथी सारे जगे तू न जागा ,
लाल लाल चोला चढ़ाओ प्यारे,
वीर बलि हनुमान कर देंगे वारे न्यारे,
जग उजियारा है ये दीनो का सहारा है ये,
कोई पाया न इसका पार अपना सावरिया
म्हारे सर पे है बाबा जी रो हाँथ,
खाटू वाले रो साथ कोई तोह म्हारे काई
चालो चला खाटू धाम बुलावे घुसरी वाला
रंग रंगीलो फागण आयो श्याम धनि को
कब आओगे,कब आओगे कब आओगे,
लाज मेरी लूट जाएगी,
अब तमना नहीं मांगने की मुझको खरात इतनी
सिर झुका है तेरे दर पे मेरा,
ये मोरछड़ी वाला भक्तो पड़े गा सब भक्तो
भक्तो का सब काम करण में इसने बाजी मारी,
मेरा दिल दर्शन को मचल गया,
मैं घर से सफर को निकल गया,
तेरी पन्हा में आया मुझे पन्हा तो दे,
हे साई अपनी कर्म वाली एक निगहा तो दे,
परिवार मेरा तेरे हवाले खाटूवाले,
इस धरती से उस अम्बर तक श्री राम के चरचे
दुनिया के हर घर में देखो हनुमान के
सोचा होगा मोहन ने शीश लेने को सौ बार,
तूने देने में बाबा सोचा न एक बार,
श्याम मिलेंगे वृन्दावन की हर एक
ढाल ढाल और पात पात फूलो और कलियों में,
कैसे कह दू दुआ बेअसर हो गई,
मैं जो रोया साई को खबर हो गई,
हम है भक्त बाबा के क्यों डरे ज़माने से,
वास्ता हमारा है शिरडी के घराने से,
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