Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

अगर तुम्हारा खाटू में दरबार नहीं होता
तो बेड़ा गरीबो का कभी पार नहीं होता

अगर तुम्हारा खाटू में दरबार नहीं होता
तो बेड़ा गरीबो का कभी पार नहीं होता

सारी दुनिया से मैं तो हार गया
रोते रोते तेरे दरबार गया
लगाया गले मुझे सहारा दिया
डूबती नइया को किनारा दिया
अगर बचाने वाला मेरा सरकार नहीं होता
तो बेड़ा गरीबो का कभी पार नहीं होता

अँधेरे बादल गम के छाये थे
कोई ना अपना,सभी पराये थे
थाम के हाँथ मेरा साथ दिया
जीवन में खुशियों की सौगात दिया
अगर तेरी नजरो में मेरा परिवार नहीं होता
तो बेड़ा गरीबों का कभी पार नहीं होता

खाटूवाले तुझसा कोई और नहीं
सारी दुनिया में मची है शोर यही
कलयुग अवतारी,हारे का साथी
थाम ले निज हांथो से डोर मेरी
अगर हमेशा तू लीले असवार नहीं होता
तो बेड़ा गरीबों का कभी पार नहीं होता

अगर तुम्हारा खाटू में दरबार नहीं होता
तो बेड़ा गरीबो का कभी पार नहीं होता



agar tumhara khatu me darbar nahi hota to beda gareebo ka kabhi paar na hota khatu shyam bhajan lyrics by Saurabh Madhukar

agar tumhaara khatu me darabaar nahi hotaa
to beda gareebo ka kbhi paar nahi hotaa


saari duniya se mainto haar gayaa
rote rote tere darabaar gayaa
lagaaya gale mujhe sahaara diyaa
doobati niya ko kinaara diyaa
agar bchaane vaala mera sarakaar nahi hotaa
to beda gareebo ka kbhi paar nahi hotaa

andhere baadal gam ke chhaaye the
koi na apana,sbhi paraaye the
thaam ke haanth mera saath diyaa
jeevan me khushiyon ki saugaat diyaa
agar teri najaro me mera parivaar nahi hotaa
to beda gareebon ka kbhi paar nahi hotaa

khatuvaale tujhasa koi aur nahi
saari duniya me mchi hai shor yahee
kalayug avataari,haare ka saathee
thaam le nij haantho se dor meree
agar hamesha too leele asavaar nahi hotaa
to beda gareebon ka kbhi paar nahi hotaa

agar tumhaara khatu me darabaar nahi hotaa
to beda gareebo ka kbhi paar nahi hotaa

agar tumhaara khatu me darabaar nahi hotaa
to beda gareebo ka kbhi paar nahi hotaa




agar tumhara khatu me darbar nahi hota to beda gareebo ka kabhi paar na hota khatu shyam bhajan lyrics by Saurabh Madhukar Lyrics





Bhajan Lyrics View All

नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा

New Bhajan Lyrics View All

तेरे चरणों में शीश मैं झुकाऊं,
तेरे ही गुण गाऊं,
तुझे राम नाम गुण गण है
जाने कहां गए भगवान लक्ष्मी फूटफूट के
लक्ष्मी फूटफूट के रोई, लक्ष्मी फूटफूट
लहर लहर लहराए रे, मेरे आँगन कि तुलसी
लहर लहर लहराए रे, मेरे आँगन कि तुलसी
तुझमे है साई देख मुझे में है साई, सब में
अंतर मन की आँखे खोल और करले इन्हे