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अमृत सा जल श्याम कुंड का

श्याम कुंड की महिमा का,
किन शब्दों में गुणगान करें...-
अमृत सा जल श्याम कुंड का,
हो जाते सब कष्ट परे.....


ये वो पावन कुंड है जिसमें,
प्रकट हुए हैं बाबा श्याम -
बूँद बूँद में श्याम समाए,
एक गोते में हो कल्याण -
स्नान करे जो श्यामकुण्ड में,
लाख चौरासी फंद कटे,
अमृत सा जल श्याम कुंड का,
हो जाते सब कष्ट परे.....


स्वर्ग लोक कैसा होता है,
खाटू जाकर देख लिया,
दामन खुशियों से भर डाला,
जब से माथा टेक लिया
बांके ढाल भक्त की चलता,
रोड़े पथ के दूर करे,
अमृत सा जल श्याम कुंड का,
हो जाते सब कष्ट परे.....


संकट की बारिश के समय में,
इस जल का उपयोग करो,
श्याम बहादुर श्याम धणी की,
कृपा का एहसास करो
लाल के भाव अगर हो सच्चे,
जल अमृत का काम करे
अमृत सा जल श्याम कुंड का,
हो जाते सब कष्ट परे

श्याम कुंड की महिमा का,
किन शब्दों में गुणगान करें
अमृत सा जल श्याम कुंड का,
हो जाते सब कष्ट परे।



amrit sa jal shyam kund ka

shyaam kund ki mahima ka,
kin shabdon me gunagaan karen...
amarat sa jal shyaam kund ka,
ho jaate sab kasht pare...


ye vo paavan kund hai jisame,
prakat hue hain baaba shyaam
boond boond me shyaam samaae,
ek gote me ho kalyaan
snaan kare jo shyaamakund me,
laakh chauraasi phand kate,
amarat sa jal shyaam kund ka,
ho jaate sab kasht pare...

khatu jaakar dekh liya,
daaman khushiyon se bhar daala,
jab se maatha tek liyaa
baanke dhaal bhakt ki chalata,
rode pth ke door kare,
amarat sa jal shyaam kund ka,
ho jaate sab kasht pare...

sankat ki baarish ke samay me,
is jal ka upayog karo,
shyaam bahaadur shyaam dhani ki,
kripa ka ehasaas karo
laal ke bhaav agar ho sachche,
jal amarat ka kaam kare
amarat sa jal shyaam kund ka,
ho jaate sab kasht pare

shyaam kund ki mahima ka,
kin shabdon me gunagaan karen
amarat sa jal shyaam kund ka,
ho jaate sab kasht pare

shyaam kund ki mahima ka,
kin shabdon me gunagaan karen...
amarat sa jal shyaam kund ka,
ho jaate sab kasht pare...




amrit sa jal shyam kund ka Lyrics





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