Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

गंगा जमुना के संगम पर मेला लगा अपार है,
लगा के डुबकी पाप काटता देखो यह संसार है,

गंगा जमुना के संगम पर मेला लगा अपार है,
लगा के डुबकी पाप काटता देखो यह संसार है,

है पतित पावन गंगाजी जमुना की निर्मल धारा है,
संगम स्थल पर सरस्वती मिलकरके उन्हें सवांरा है,
पावन प्रयाग यह तीर्थराज सारी दुनिया से न्यारा है,
उस भव्य त्रिवेणी संगम को सौबार प्रणाम हमारा है,
पावन जल से भक्त आचमन करता बारम्बार है,

इसी भूमि पर रिष मुनियों ने मोक्षमार्ग को पाया था,
भरतद्वाज ने इसी भूमि पर निज उपदेश सुनाया था,
राम नाम की कथा हजारों बार यहीं पर गाय था,
केवट से श्रीरामचन्द्रजी अपना चरण धुलाया था,
करने से स्नान यहां सब होते भाव से पार है,

तपोभूमि है यह पावन इसमे है कोई पर नही,
जो नर यहां नही आते उनका होता उद्धार नही,
कहो भला किस हिंदू को इस भूमि से होगा प्यार नही,
कौन है जो उसके खातिर है खुला मोक्ष का द्वार नही,
निर्मोही भी पूर्ण पर्व पर जाने को तैयार है,



ganga yamuna ke sangam par mela lga apaar hai

ganga jamuna ke sangam par mela laga apaar hai,
laga ke dubaki paap kaatata dekho yah sansaar hai


hai patit paavan gangaaji jamuna ki nirmal dhaara hai,
sangam sthal par sarasvati milakarake unhen savaanra hai,
paavan prayaag yah teertharaaj saari duniya se nyaara hai,
us bhavy triveni sangam ko saubaar pranaam hamaara hai,
paavan jal se bhakt aachaman karata baarambaar hai

isi bhoomi par rish muniyon ne mokshmaarg ko paaya tha,
bharatadvaaj ne isi bhoomi par nij upadesh sunaaya tha,
ram naam ki ktha hajaaron baar yaheen par gaay tha,
kevat se shreeramchandraji apana charan dhulaaya tha,
karane se snaan yahaan sab hote bhaav se paar hai

tapobhoomi hai yah paavan isame hai koi par nahi,
jo nar yahaan nahi aate unaka hota uddhaar nahi,
kaho bhala kis hindoo ko is bhoomi se hoga pyaar nahi,
kaun hai jo usake khaatir hai khula moksh ka dvaar nahi,
nirmohi bhi poorn parv par jaane ko taiyaar hai

ganga jamuna ke sangam par mela laga apaar hai,
laga ke dubaki paap kaatata dekho yah sansaar hai




ganga yamuna ke sangam par mela lga apaar hai Lyrics





Bhajan Lyrics View All

राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा

New Bhajan Lyrics View All

मंदिर अब बनने लगा है,
भगवा रंग चढ़ने लगा है,
लालेलाले अरहुल के माला बनेलऊँ, 
गरदनि लगा लियोऊ माँ
जैसे बड़ पीपल की पूजा वैसे सास ससुर की
सेवा करनी पड़ेगी ससुराल में...
मेरा रूठे ना सतगुरु प्यारा, चाहे सारा
कब आएंगे कब आएंगे,
जय सियाराम सियाराम सियाराम...