जनम देने वाले इतना तो बोल रे,
कैसे चकाऊ इन सांसो का मोल रे
तेरी किरपा से मिला मुझको ये तन,
जिसमे बसाऊ तुझे दिया है वो मन,
तान की तो खोली आंखे मन की भी खोली रे,
जनम देने वाले इतना तो बोल रे...........
मैंने किया न कोई दान धर्म,
छल से भरे है मेरे सरे कर्म,
नाम भुलाया मैंने तेरा अनमोल रे,
जनम देने वाले इतना तो बोल रे...........
मद में हमेशा रहा मैं तो चूर चूर ,
मंदिरों से भगवन मई रहा दूर दूर,
किसी से ना बोले मैंने दो मीठे बोल रे ,
जनम देने वाले ..........
janam dene vaale itana to bol re,
kaise chakaaoo in saanso ka mol re
teri kirapa se mila mujhako ye tan,
jisame basaaoo tujhe diya hai vo man,
taan ki to kholi aankhe man ki bhi kholi re,
janam dene vaale itana to bol re...........
mainne kiya n koi daan dharm,
chhal se bhare hai mere sare karm,
naam bhulaaya mainne tera anamol re,
janam dene vaale itana to bol re...........
mad me hamesha raha mainto choor choor ,
mandiron se bhagavan mi raha door door,
kisi se na bole mainne do meethe bol re ,
janam dene vaale ..........