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लोह तू लगा श्याम से

लोह तू लगा श्याम से
मुशकिल हो चाहे कितनी बड़ी भी कट जाए आराम से
लोह तू लगा श्याम से

चिंतन करो तुम चिंता करेगा तेरी हर घड़ी संवारा
दिल तू लगा ले हर पल निभाये तेरी दिल लगी संवारा,
जग से छुपाये विरते हो जो भी वो तुम कहो श्याम से
लोह तू लगा श्याम से

क्यों मन वन्वारे तू धीरज गवाए फिर रहा माया गाव में,
जग धुप है ये क्यों जल रहा तू आजा श्याम छाव में
जिस ने शरण ली प्रभु ने खबर ली
आया सदा थामने
लोह तू लगा श्याम से

तेरी कामना वो पहचान लेगा
केहना भी जरुरी नही
कमी कुछ न होगी तेरी जिन्दगी ये रहेगी अधूरी नही
गोलू रुके न रफ़्तार उनकी जिनको गति श्याम दे
लोह तू लगा श्याम से



loh tu lga shyam se

loh too laga shyaam se
mushakil ho chaahe kitani badi bhi kat jaae aaram se
loh too laga shyaam se


chintan karo tum chinta karega teri har ghadi sanvaaraa
dil too laga le har pal nibhaaye teri dil lagi sanvaara,
jag se chhupaaye virate ho jo bhi vo tum kaho shyaam se
loh too laga shyaam se

kyon man vanvaare too dheeraj gavaae phir raha maaya gaav me,
jag dhup hai ye kyon jal raha too aaja shyaam chhaav me
jis ne sharan li prbhu ne khabar lee
aaya sada thaamane
loh too laga shyaam se

teri kaamana vo pahchaan legaa
kehana bhi jaruri nahee
kami kuchh n hogi teri jindagi ye rahegi adhoori nahee
goloo ruke n rapahataar unaki jinako gati shyaam de
loh too laga shyaam se

loh too laga shyaam se
mushakil ho chaahe kitani badi bhi kat jaae aaram se
loh too laga shyaam se




loh tu lga shyam se Lyrics





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