मेरे बांके बिहारी मोपे कृपा करो
मेरे कुंज बिहारी मोपे कृपा करो
या तो नीचता मरोड़ दीजिए अधि की नाथ
या तो बुरी संगत से मन मोड़ दीजिए
या तो दूर ही से हाथ जोड़ दीजिए मुझे भी
या तो पापियों की पंक्ति में ही जोड़ दीजिए
या तो भंडा फोड़ दीजिए दयालुता का
या तो मेरा अन्तःकरण शुद्घ कर दीजिए
या तो बिंदु तोड़ दीजिए भव बन्धन को
या तो अपना नाम दीन - बन्धु छोड़ दीजिए
कृपा करो प्यारे कृपा करो.......
सिर्फ दर्शनों की उठी है अभिलाषा किन्तु
साधन अनेक, बात साधना है दूर की
दान करूँ, धर्म करूँ, मन्दिर बनाऊँ दिव्य
इतनी कहां है भला हस्ती मज़दूर की
एक ही सरल उपाय मिला है बिंदु
शायद इसी से कामना फलेगी क्रूर की
करूंगा कसूर तो किसी दिन अदालत में
जाकर ही देख लूँगा सूरत हुजूर की
मेरे बांके बिहारी मोपे कृपा करो
मेरे कुंज बिहारी मोपे कृपा करो
Mere Baanke Bihari mope kripa karo
Mere Kunj Bihari mope kripa karo
Ya toh neechta marod deejiye adhi ki Naath
Ya toh buri sangat se mann mod deejiye
Ya toh door se hee haath jod deejiye mujhe
Ya toh papiyon ki pankti mein hee chhod deejiye
Ya toh bhanda fod deejiye dayaluta ka
Ya yoh mera ant karan shudh kar deejiye
Ya to bindu tod deejiye bhav bandhan ko
Ya toh apna naam deen-bandhu chhod deejiye
Kripa karo pyare kripa karo...........
Sirf darshanon ki uthi hai abhilasha kintu
Sadhan anek baat sadhna hai door ki
Daan karoon, dharam karoon, mandir banaaoon divya
Itni kahan hai bhala hasti mazdoor ki
Ek hee saral upaay mila hai bindu
Shayad issi se kamna falegi kroor ki
Karoonga kusoor toh kisi din adalat mein
Jaakar hee dekh loonga soorat huzoor ki
Mere Baanke Bihari mope kripa karo
Mere Kunj Bihari mope kripa karo