Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

त्रिपुरारी वृषभ की सवारी जटा से श्री गंगा बेहती,
जटा से श्री गंगा बेहती जटा से श्री गंगा बेहती,

त्रिपुरारी वृषभ की सवारी जटा से श्री गंगा बेहती,
जटा से श्री गंगा बेहती जटा से श्री गंगा बेहती,

जिसने सागर का सारा विष पी लिया,
बन के किरात अर्जुन को वर दे दिया,
भागम धारी वैकुण्ठ के पुजारी,
जटा से श्री गंगा बेहती.......

नितय तांडव करते है नटराज शिव,
रुदर बन कर करते है संहार शिव,
करते है पूजा शिव के जैसा न दूजा,
जटा से श्री गंगा बेहती......

रहते पर्वत पे बिना घर द्वार के,
मिले लोहित दिगंबर निराकार ये,
त्रिपुरारी विशश्वर जटा धारी,
जटा से श्री गंगा बेहती,



tripurari vrishab ki swari jta se shri ganga behti

tripuraari vrishbh ki savaari jata se shri ganga behati,
jata se shri ganga behati jata se shri ganga behatee


jisane saagar ka saara vish pi liya,
ban ke kiraat arjun ko var de diya,
bhaagam dhaari vaikunth ke pujaari,
jata se shri ganga behati...

nitay taandav karate hai nataraaj shiv,
rudar ban kar karate hai sanhaar shiv,
karate hai pooja shiv ke jaisa n dooja,
jata se shri ganga behati...

rahate parvat pe bina ghar dvaar ke,
mile lohit diganbar niraakaar ye,
tripuraari vishashvar jata dhaari,
jata se shri ganga behatee

tripuraari vrishbh ki savaari jata se shri ganga behati,
jata se shri ganga behati jata se shri ganga behatee




tripurari vrishab ki swari jta se shri ganga behti Lyrics





Bhajan Lyrics View All

जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना

New Bhajan Lyrics View All

मेरे वारे न्यारे हो गए ने, प्रभु राजी
काम करें प्रभु आप मेरे, वाह वाह जी हो गई
जिंदगी एक किराए का घर है,
एक ना एक दिन तो जाना पड़ेगा॥
हार के जब गया श्याम के द्वार पे,
हर ख़ुशी मिल गई है मुझे
वृन्दावन में हुक्म चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दिवाना है श्री राधे रानी का...
तेरी चौखट पे मेरा सर झुका ही रहे,
हाथ सर पे मेरे तेरा सदा रखा ही रहे,