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तुम्हीं जब याद की टीसें भुलाते हो..
भला फिर प्यार का अभिमान क्यों जीए ?

तुम्हीं जब याद की टीसें भुलाते हो..
भला फिर प्यार का अभिमान क्यों जीए ?
तुम्हीं बलिदान का मंदिर गिराते हो..
भला फिर अभिसार का मेहमान क्यों जीए ?

भुला दीं सूलियां,जैसे जमाने में !
सभी कुछ तालियों से पा लिया तुमने !
न तुम बहले,न युग बहला,भले साथी..
बताओ तो किसे बहला लिया तुमने ?

जरा छोटों से घुल-मिलकर रहो जीवन !
बड़े सब मिट गयें,छोटे सलामत हैं..
बड़ों से डर,जरा छोटों पे मर गाफिल !
बड़ी स्वादिष्ट छोटों की अमानत है !!

तुम्हारी चरण-रेखा देखते हैं वे..
उन्हें भी देखने का तुम समय पाओ !
तुम्हारी आन पर कुर्बान जाते हैं..
अमीरी से जरा नीचे उतर आओ !!

उठो,कारा बनाओ इस गरीबी की..
रहो मत दूर,अपनों के निकट आओ..
बड़े गहरे लगें हैं घाव सदियों के..
मसीहा,इनको ममता भर के सहलाओ !!

स्वर : माधुरी मिश्रा



ulaahna with Hindi lyrics by Madhuri Mishra

tumheen jab yaad ki teesen bhulaate ho..
bhala phir pyaar ka abhimaan kyon jei
tumheen balidaan ka mandir giraate ho..
bhala phir abhisaar ka mehamaan kyon jei


bhula deen sooliyaan,jaise jamaane me !
sbhi kuchh taaliyon se pa liya tumane !
n tum bahale,n yug bahala,bhale saathi..
bataao to kise bahala liya tumane

jara chhoton se ghulamilakar raho jeevan !
bade sab mit gayen,chhote salaamat hain..
badon se dar,jara chhoton pe mar gaaphil !
badi svaadisht chhoton ki amaanat hai !!

tumhaari charanarekha dekhate hain ve..
unhen bhi dekhane ka tum samay paao !
tumhaari aan par kurbaan jaate hain..
ameeri se jara neeche utar aao !!

utho,kaara banaao is gareebi ki..
raho mat door,apanon ke nikat aao..
bade gahare lagen hain ghaav sadiyon ke..
maseeha,inako mamata bhar ke sahalaao !!

tumheen jab yaad ki teesen bhulaate ho..
bhala phir pyaar ka abhimaan kyon jei
tumheen balidaan ka mandir giraate ho..
bhala phir abhisaar ka mehamaan kyon jei




ulaahna with Hindi lyrics by Madhuri Mishra Lyrics





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