उलझी लट् सुलझाओ रे मोहन
मेरे हाथों में मेहंदी लगी...
नींद में गिर गई कानो की बाली
ज़रा ढूंढ उसे पहनाओ रे मोहन...
मेरे हाथों में मेहंदी लगी..
उलझी लट् सुलझाओ रे मोहन...
राह में गिर गया बाजूबन्द सोहना
ढूंढ कर उसे पहनाओ रे मोहन मेरे हाथों में मेहंदी लगी...
उलझी लट सुलझाओ रे मोहन...
नींद में गिर गई पाँव की पैंजनी
ढूंढ उसे पहनाओ रे मोहन मेरे हाथो में मेहंदी रची
प्रेषक:-
प्रफ़ुल्ल भाउ
uljhi lat suljhaao re mohan
mere haathon me mehandi lagi...
neend me gir gi kaano ki baalee
zara dhoondh use pahanaao re mohan...
mere haathon me mehandi lagi..
uljhi lat suljhaao re mohan...
raah me gir gaya baajooband sohanaa
dhoondh kar use pahanaao re mohan mere haathon me mehandi lagi...
uljhi lat suljhaao re mohan...
neend me gir gi paanv ki painjanee
dhoondh use pahanaao re mohan mere haatho me mehandi rchee
uljhi lat suljhaao re mohan
mere haathon me mehandi lagi...