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आयो रे सावन चालो भगतो,
महाकाल के आंगन में,

आयो रे सावन चालो भगतो,
महाकाल के आंगन में,
खुल जाती है किस्मत सबकी,
महाकाल के आंगन में...


सावन का रंग बरस रहा है,
इत्र गुलाल भी महक रहा है,
होती है बरसात धरम कि ,
महाकाल के आँगन में,
आयो रे सावन चालो भगतो,
महाकाल के आंगन में...

भक्त सभी उज्जैन में आके ,
खोये हुए है मस्ती में ,
आयी है कावडीयो कि टोली ,
महाकाल के आँगन में ,
आयो रे सावन चालो भगतो,
महाकाल के आंगन में...

धरती अम्बर चाँद सितारे ,
मिलकर कहते है ये सारे,
आयी है देवो कि टोली ,
महाकाल के आँगन में ,
आयो रे सावन चालो भगतो,
महाकाल के आंगन में...

जो भी मांगो में वो मिलता है ,
बाबा के दरबार में आके ,
खुल जाती है किस्मत सबकी ,
महाकाल के आँगन में ,
आयो रे सावन चालो भगतो,
महाकाल के आंगन में...

आयो रे सावन चालो भगतो,
महाकाल के आंगन में,
खुल जाती है किस्मत सबकी,
महाकाल के आंगन में...




aayo re saavan chaalo bhagato,
mahaakaal ke aangan me,

aayo re saavan chaalo bhagato,
mahaakaal ke aangan me,
khul jaati hai kismat sabaki,
mahaakaal ke aangan me...


saavan ka rang baras raha hai,
itr gulaal bhi mahak raha hai,
hoti hai barasaat dharam ki ,
mahaakaal ke aangan me,
aayo re saavan chaalo bhagato,
mahaakaal ke aangan me...

bhakt sbhi ujjain me aake ,
khoye hue hai masti me ,
aayi hai kaavadeeyo ki toli ,
mahaakaal ke aangan me ,
aayo re saavan chaalo bhagato,
mahaakaal ke aangan me...

dharati ambar chaand sitaare ,
milakar kahate hai ye saare,
aayi hai devo ki toli ,
mahaakaal ke aangan me ,
aayo re saavan chaalo bhagato,
mahaakaal ke aangan me...

jo bhi maango me vo milata hai ,
baaba ke darabaar me aake ,
khul jaati hai kismat sabaki ,
mahaakaal ke aangan me ,
aayo re saavan chaalo bhagato,
mahaakaal ke aangan me...

aayo re saavan chaalo bhagato,
mahaakaal ke aangan me,
khul jaati hai kismat sabaki,
mahaakaal ke aangan me...




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