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कुछ कर्म जगत में कर ऐसे,
तेरे तीनों लोक संवर जायें,

कुछ कर्म जगत में कर ऐसे,
तेरे तीनों लोक संवर जायें,
तू हसे ये जग रोये पगले,
जब सफर ये ख़तम हो जाए,
कुछ कर्म जगत में कर ऐसे,
तेरे तीनों लोक संवर जायें॥


पैसा पैसा तूने जोड़ा यहाँ,
मन का तूने चैन भी खोया है,  
जब काम न आये अंत समय.
बेकार ये सारी माया है,
प्रभु भक्ति में इस मन को लगा,
शायद भगवान मिल जाये,
कुछ कर्म जगत में कर ऐसे...

तन को तूने धोया मल मल कर,
मन को तू साफ न कर पाया,
गया गँगा नहाने को जब भी,
संग पाप की गठरी ले आया,
मुख से जो तू बोले हरि हरि,
भव सागर पल में तर जाये,
कुछ कर्म जगत में कर ऐसे...

ये जीवन एक छलावा है,
कभी दुःख तो कभी सुख आना है,
चाहे रात हो काली अंधियारी,
एक दिन तो सवेरा आना है,
अपनी मंजिल को वो पाता,
जो सतमार्ग जो अपनाये,
कुछ कर्म जगत में कर ऐसे...

कुछ कर्म जगत में कर ऐसे,
तेरे तीनों लोक संवर जायें,
तू हसे ये जग रोये पगले,
जब सफर ये ख़तम हो जाए,
कुछ कर्म जगत में कर ऐसे,
तेरे तीनों लोक संवर जायें॥




kuchh karm jagat me kar aise,
tere teenon lok sanvar jaayen,

kuchh karm jagat me kar aise,
tere teenon lok sanvar jaayen,
too hase ye jag roye pagale,
jab sphar ye kahatam ho jaae,
kuchh karm jagat me kar aise,
tere teenon lok sanvar jaayen..


paisa paisa toone joda yahaan,
man ka toone chain bhi khoya hai,  
jab kaam n aaye ant samay.
bekaar ye saari maaya hai,
prbhu bhakti me is man ko laga,
shaayad bhagavaan mil jaaye,
kuchh karm jagat me kar aise...

tan ko toone dhoya mal mal kar,
man ko too saaph n kar paaya,
gaya ganga nahaane ko jab bhi,
sang paap ki gthari le aaya,
mukh se jo too bole hari hari,
bhav saagar pal me tar jaaye,
kuchh karm jagat me kar aise...

ye jeevan ek chhalaava hai,
kbhi duhkh to kbhi sukh aana hai,
chaahe raat ho kaali andhiyaari,
ek din to savera aana hai,
apani manjil ko vo paata,
jo satamaarg jo apanaaye,
kuchh karm jagat me kar aise...

kuchh karm jagat me kar aise,
tere teenon lok sanvar jaayen,
too hase ye jag roye pagale,
jab sphar ye kahatam ho jaae,
kuchh karm jagat me kar aise,
tere teenon lok sanvar jaayen..








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