Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मस्ती में रहते मेरे भोले मस्ती में,
हर पल ध्यान में मगन में रहते ऐसे मेरे भोले,

मस्ती में रहते मेरे भोले मस्ती में,
हर पल ध्यान में मगन में रहते ऐसे मेरे भोले,
मस्ती में रहते मेरे भोले मस्ती में...


तीन लोक के राज है भोले, शिव शंकर भंडारी,
मस्तक चंदा जाटा में गंगा छवि है इनकी न्यारी,
भांग धतूरा बेल चढ़ाओ खुश होते ये पल में,
मस्ती में..
मस्ती में रहते मेरे भोले मस्ती में...

क्रोध मैं जब आ जाते भोले,
त्रिनेत्र ये खोले चारों दिशाओं हाहाकार है मचता,
धरती अम्बर डोले,
दुनिया को बचाया शिव ने विष पी के पलभर में,
मस्ती में..
मस्ती में रहते मेरे भोले मस्ती में...

अघोरियों के नाथ हैं भोले महाकाल त्रिपुरारी,
भस्म आरती होती इनकी कहते हैं वरदानी,
कहते है वरदानी कहते हैं वरदानी,
कहता विक्रम जहाँ भी जाओ रहते ये कण कण में,
मस्ती में..
मस्ती में रहते मेरे भोले मस्ती में...

मस्ती में रहते मेरे भोले मस्ती में,
हर पल ध्यान में मगन में रहते ऐसे मेरे भोले,
मस्ती में रहते मेरे भोले मस्ती में...




masti me rahate mere bhole masti me,
har pal dhayaan me magan me rahate aise mere bhole,

masti me rahate mere bhole masti me,
har pal dhayaan me magan me rahate aise mere bhole,
masti me rahate mere bhole masti me...


teen lok ke raaj hai bhole, shiv shankar bhandaari,
mastak chanda jaata me ganga chhavi hai inaki nyaari,
bhaang dhatoora bel chadahaao khush hote ye pal me,
masti me..
masti me rahate mere bhole masti me...

krodh mainjab a jaate bhole,
trinetr ye khole chaaron dishaaon haahaakaar hai mchata,
dharati ambar dole,
duniya ko bchaaya shiv ne vish pi ke palbhar me,
masti me..
masti me rahate mere bhole masti me...

aghoriyon ke naath hain bhole mahaakaal tripuraari,
bhasm aarati hoti inaki kahate hain varadaani,
kahate hai varadaani kahate hain varadaani,
kahata vikram jahaan bhi jaao rahate ye kan kan me,
masti me..
masti me rahate mere bhole masti me...

masti me rahate mere bhole masti me,
har pal dhayaan me magan me rahate aise mere bhole,
masti me rahate mere bhole masti me...








Bhajan Lyrics View All

अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।

New Bhajan Lyrics View All

प्रेम की दीवानी राधा रानी हो गई,
मुरली वाले की ये दुनियां दीवानी हो गई...
ओ बाबा पलका थारी खोलो जी,
टाबरीया थारी बाट निहारें,
चली धर सर मटकिया दही वाली,
दही वाली रे माखन वाली,
क्यू करते चिंता इतनी, चिंता ख़तम ना
मन का पंछी उड़ेगा जिस दिन, चिंता होगी
अमरनाथ दी अमर ज्योत नू, लख लख सीस
बाबा बालक नाथ दी भगतो, कथा मैं अमर