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जीवन व्यर्थ गवायो, ना मुख से राम नाम गायो...

जीवन व्यर्थ गवायो, ना मुख से राम नाम गायो...

लरिकाई खेलि यौवन स्त्री संग, तैने खेलि गवायो,
ना मुख से राम नाम गायो...

आयो बुढापो भए रोग भारी, चलहिं न कर,पद,मुख,जीभ, वाणी,
कछु ना है बस पायो, ना मुख से राम नाम गायो...

पिछले जनम तेरे करम सुफल है, सो तेने नर तन पायो,
ना तन कह लाभ उठायो, ना मुख से राम नाम गायो...

जा कलिकाल की महिमा न्यारी, सुमिर राम नर होएं भव पारी,
ना आवागमन छुडायो, ना मुख से राम नाम गायो...

प्रभु श्री सीताराम राम हमारे, जननी जनक शिवकेश के प्यारे,
सब पर कृपा बरसाओ, कि हम पर नेह निबाहो,
जीवन सफल बनाओ, कि मुख से राम नाम गायो...

जीवन व्यर्थ गवायो, ना मुख से राम नाम गायो...



jeevan vyarth gavaayo, na mukh se ram naam gaayo...

jeevan vyarth gavaayo, na mukh se ram naam gaayo...

larikaai kheli yauvan stri sang, taine kheli gavaayo,
na mukh se ram naam gaayo...

aayo budhaapo bhe rog bhaari, chalahin n kar,pad,mukh,jeebh, vaani,
kchhu na hai bas paayo, na mukh se ram naam gaayo...

pichhale janam tere karam suphal hai, so tene nar tan paayo,
na tan kah laabh uthaayo, na mukh se ram naam gaayo...

ja kalikaal ki mahima nyaari, sumir ram nar hoen bhav paari,
na aavaagaman chhudaayo, na mukh se ram naam gaayo...

prbhu shri seetaaram ram hamaare, janani janak shivakesh ke pyaare,
sab par kripa barasaao, ki ham par neh nibaaho,
jeevan sphal banaao, ki mukh se ram naam gaayo...

jeevan vyarth gavaayo, na mukh se ram naam gaayo...







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तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
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जय राधे राधे, राधे राधे
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