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पर्वत पे विराजे मेरे भोले भंडारी,
भोले भंडारी मेरे नईया कंडारी...

पर्वत पे विराजे मेरे भोले भंडारी,
भोले भंडारी मेरे नईया कंडारी...


मंथन से विष सरिता लाई,
नीलकंठ बने मोरे भंडारी,
पर्वत पे विराजे मेरे भोले भंडारी...

गंगा लाए पावन कराए,
अपनी जटाओं में संजोएं भंडारी,
पर्वत पे विराजे मेरे भोले भंडारी...

गौरी संग मेरे भोलेनाथ भाए,
मन को मोहे ये जोड़ी भंडारी,
पर्वत पे विराजे मेरे भोले भंडारी...

पर्वत पे विराजे मेरे भोले भंडारी,
भोले भंडारी मेरे नईया कंडारी...




parvat pe viraaje mere bhole bhandaari,
bhole bhandaari mere neeya kandaari...

parvat pe viraaje mere bhole bhandaari,
bhole bhandaari mere neeya kandaari...


manthan se vish sarita laai,
neelakanth bane more bhandaari,
parvat pe viraaje mere bhole bhandaari...

ganga laae paavan karaae,
apani jataaon me sanjoen bhandaari,
parvat pe viraaje mere bhole bhandaari...

gauri sang mere bholenaath bhaae,
man ko mohe ye jodi bhandaari,
parvat pe viraaje mere bhole bhandaari...

parvat pe viraaje mere bhole bhandaari,
bhole bhandaari mere neeya kandaari...








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