Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मेरा अवगुण भरा शरीर,
कहो ना, कैसे तारोगे मोरे राम,

मेरा अवगुण भरा शरीर,
कहो ना, कैसे तारोगे मोरे राम,
मोरा अवगुण भरा शरीर।
म्हारा अवगुण भरा शरीर,
कहो ना, कैसे तारोगे,
मैली चादर झीमर झीर,
कहो ना, कैसे तारोगे।

पाप करंता हँसे यह मनवा,
जाप करंता रोवे,
भोग रोग में निसदिन जागे,
कथा कीर्तन सोवै,
नित नित सोचे उलट तदबीर,
कहो ना, कैसे तारोगे,
म्हारा अवगुण भरा शरीर,
कहो ना, कैसे तारोगे,
मैली चादर झीमर झीर,
कहो ना, कैसे तारोगे।

मीरा तुलसी नहीं सुहावे,
नौटंकी मन भावे
राम नाम से जी कतरावे,
पल पल काम सतावे
हमे रुचे ना सूर कबीर,
कहो ना, कैसे तारोगे,
म्हारा अवगुण भरा शरीर,
कहो ना, कैसे तारोगे,
मैली चादर झीमर झीर,
कहो ना, कैसे तारोगे।

कंचन और कामिनी मन ने,
करनी एक करी ना,
हीरे छोड़ बटोरी कंकर,
तृष्णा तनिक मरी ना
ऐसी फूटी पड़ी तक़दीर,
कहो ना, कैसे तारोगे,
म्हारा अवगुण भरा शरीर,
कहो ना, कैसे तारोगे,
मैली चादर झीमर झीर,
कहो ना, कैसे तारोगे।



mera avagun bhara shareer,
kaho na, kaise taaroge more ram,
mora avagun bhara shareer.

mera avagun bhara shareer,
kaho na, kaise taaroge more ram,
mora avagun bhara shareer.
mhaara avagun bhara shareer,
kaho na, kaise taaroge,
maili chaadar jheemar jheer,
kaho na, kaise taaroge.

paap karanta hanse yah manava,
jaap karanta rove,
bhog rog me nisadin jaage,
ktha keertan sovai,
nit nit soche ulat tadabeer,
kaho na, kaise taaroge,
mhaara avagun bhara shareer,
kaho na, kaise taaroge,
maili chaadar jheemar jheer,
kaho na, kaise taaroge.

meera tulasi nahi suhaave,
nautanki man bhaave
ram naam se ji kataraave,
pal pal kaam sataave
hame ruche na soor kabeer,
kaho na, kaise taaroge,
mhaara avagun bhara shareer,
kaho na, kaise taaroge,
maili chaadar jheemar jheer,
kaho na, kaise taaroge.

kanchan aur kaamini man ne,
karani ek kari na,
heere chhod batori kankar,
tarashna tanik mari naa
aisi phooti padi tdeer,
kaho na, kaise taaroge,
mhaara avagun bhara shareer,
kaho na, kaise taaroge,
maili chaadar jheemar jheer,
kaho na, kaise taaroge.







Bhajan Lyrics View All

Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे

New Bhajan Lyrics View All

कलयुग की ज़िन्दगी और सुख दुःख की काया
मेरे तो कुछ नहीं बस भोले की माया है,
जन्मो जनम यूँ ही तेरा प्यार मिले
छूटे ज़मान चाहे तेरा छूटे नहीं दरबार,
ओ सांवरे मेरी भर दो गगरिया,
ओ श्याम रे मेरी भर दो गगरिया,
ओ भोले भंडारी,
असुरारी त्रिसरारी,
बिना राम रघुनंदन के, कोई नहीं है अपना
जहाॅ राम है, सच वही, बाकी जगत इक सपना रे,