Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मेरे शीश के दानी होना कभी मुझसे दूर,
हारे के सहारे होना कभी मुझसे दूर...

मेरे शीश के दानी होना कभी मुझसे दूर,
हारे के सहारे होना कभी मुझसे दूर...


तेरा भगत बाबा तुझको पुकारे,
लीले चढ़ आजा मेरे हारे के सहारे,
कर दो मेरे भी दुखड़े दूर,
मेरे शीश के दानी...

ग्यारस की ग्यारस बाबा दर तेरे आऊं,
मेवे मिश्री का बाबा भोग लगाऊं,
मुझको खाटू बुलाना जरूर,
मेरे शीश के दानी...

जब जब भी इस दुनिया में आऊं,
सेठी की है आस श्याम प्रेमी कहलाऊँ,
मेरी विनती करो मंजूर,
मेरे शीश के दानी...

मेरे शीश के दानी होना कभी मुझसे दूर,
हारे के सहारे होना कभी मुझसे दूर...




mere sheesh ke daani hona kbhi mujhase door,
haare ke sahaare hona kbhi mujhase door...

mere sheesh ke daani hona kbhi mujhase door,
haare ke sahaare hona kbhi mujhase door...


tera bhagat baaba tujhako pukaare,
leele chadah aaja mere haare ke sahaare,
kar do mere bhi dukhade door,
mere sheesh ke daani...

gyaaras ki gyaaras baaba dar tere aaoon,
meve mishri ka baaba bhog lagaaoon,
mujhako khatu bulaana jaroor,
mere sheesh ke daani...

jab jab bhi is duniya me aaoon,
sethi ki hai aas shyaam premi kahalaaoon,
meri vinati karo manjoor,
mere sheesh ke daani...

mere sheesh ke daani hona kbhi mujhase door,
haare ke sahaare hona kbhi mujhase door...








Bhajan Lyrics View All

मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
राधा कट दी है गलिआं दे मोड़ आज मेरे
श्याम ने आना घनश्याम ने आना
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला

New Bhajan Lyrics View All

पांचो उंगली से हाथ बना क्या राज छिपा
कहते ज्ञानी हर मानव का है राज छुपा इन
जिंदगी उदास रहती है, तेरे मिलन की आस
तुम आओ तो कोई बात बने, मुझे तो तेरी ही
मुझे मिल गया मन का मीत,
ये दुनियाँ क्या जाने
आया जनम दिन हारा वाले का,
मिल कर सब कोई गाना,
आया फागुन में बाबा का मेला,
ये मेले की बहार देखिये,