Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

रंग रंगीलो फागण आयो लायो खुशियां हज़ार,
मची धूम खाटू नगरी में और भागता करे धमाल॥

रंग रंगीलो फागण आयो लायो खुशियां हज़ार,
मची धूम खाटू नगरी में और भागता करे धमाल॥


फागण आया प्रेमियों चलो खाटू दरबार,
चलो खाटू दरबार लीले वाले के द्वार,
फागण आया प्रेमियों चलो खाटू दरबार॥

फागण में खाटू नगरी में रहता गज़ब नज़ारा,
जय श्री श्याम के नारो से है गूंजता खाटू सारा,
रंग रंगीला सज धज बैठा जग का पालनहार,
फागण आया प्रेमियों चलो खाटू दरबार॥

फागण में हर टाबरिया पर श्याम रंग चढ़ जाता,
हाथ में निशाँ उठा कर पैदल खाटू आता,
खुशियों से भर देता सबको करता मालामाल,
फागण आया प्रेमियों चलो खाटू दरबार॥

जो सबके जीवन को खुशियों के रंगो से सजाता,
उसको रंग चढाने का मौका किस्मत से आता,
लगता जैसे बुला रहे खुद ,
लगता सोनी बुला रहे खुद बाबा लखदातार,
फागण आया प्रेमियों चलो खाटू दरबार,
फागण आया प्रेमियों...

रंग रंगीलो फागण आयो लायो खुशियां हज़ार,
मची धूम खाटू नगरी में और भागता करे धमाल॥




rang rangeelo phaagan aayo laayo khushiyaan hazaar,
mchi dhoom khatu nagari me aur bhaagata kare dhamaal..

rang rangeelo phaagan aayo laayo khushiyaan hazaar,
mchi dhoom khatu nagari me aur bhaagata kare dhamaal..


phaagan aaya premiyon chalo khatu darabaar,
chalo khatu darabaar leele vaale ke dvaar,
phaagan aaya premiyon chalo khatu darabaar..

phaagan me khatu nagari me rahata gazab nazaara,
jay shri shyaam ke naaro se hai goonjata khatu saara,
rang rangeela saj dhaj baitha jag ka paalanahaar,
phaagan aaya premiyon chalo khatu darabaar..

phaagan me har taabariya par shyaam rang chadah jaata,
haath me nishaan utha kar paidal khatu aata,
khushiyon se bhar deta sabako karata maalaamaal,
phaagan aaya premiyon chalo khatu darabaar..

jo sabake jeevan ko khushiyon ke rango se sajaata,
usako rang chdhaane ka mauka kismat se aata,
lagata jaise bula rahe khud ,
lagata soni bula rahe khud baaba lkhadaataar,
phaagan aaya premiyon chalo khatu darabaar,
phaagan aaya premiyon...

rang rangeelo phaagan aayo laayo khushiyaan hazaar,
mchi dhoom khatu nagari me aur bhaagata kare dhamaal..








Bhajan Lyrics View All

राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।

New Bhajan Lyrics View All

सांवरा बागों बनायो, थारो घने चाव से,
सांवरा बागों बणायो, थारो घने चाव से...
दरबार में भंगड़ा पा लिया,
जय बोलो जय बोलो,
शाम सवेरे जपले बंदे एक माला हरी नाम की,
सीताजी के राम की राधाजी के श्याम की,
ओ प्रेमी जो भी मांगते हैं श्याम सरकार
करम करते हैं जब बाबा तो पुश्तें तार
भगवान तुम्हे मैं खत लिखती पर पता मुझे
दुःख भी लिखती सुख भी लिखती पर पता मुझे