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हे मातृभूमि! हमको वर दो, पढलिखकर हम गुनना सीखें

हे मातृभूमि! हमको वर दो, पढलिखकर हम गुनना सीखें

बोले न बुरा, देखे न बुरा, कुछ भी बुरा न सुनना सीखे,
हम खेलखेल पढ़ते जाएँ, पढ़लिखकर नित बढ़ते जाएँ,
हम रुके नही, हम झुके नही, गिरी शिखिरो पर चढ़ते जाएँ,
विघ्नों से कभी न घबराएँ, सतपंथ को कभी न छोड़े हम,
बाधाओं पर बाधा आएँ, बाधाओं का रुख मोड़े हम,
क्यों बने फ़क़ीर लकीरो के, नित नए सपने बुनना सीखें,
हे मातृभूमि! हम को वर दो, पढ़लिखकर हम गुनना सीखें...

पाकर आशीष तुम्हारा मां, आलोक जगत में हम भर दे,
हम वीरानों को चमन करे, जो गूंगे हैं उनको स्वर दे,
अपनापन सब में देखे हम, मन से द्वेष मिटाओ हम,
पर सुख को अपना सुख माने, पर दुःख में हाथ बटाएं हम,
जग की इस सुंदर बगीया से हम, सार सुमन चुनना सीखें,
हे मातृभूमि! हमको वर दो, पढ़लिखकर हम गुनना सीखे...

हे मातृभूमि! हमको वर दो, पढलिखकर हम गुनना सीखें



he maatarbhoomi! hamako var do, pdhalikhakar ham gunana seekhen

he maatarbhoomi! hamako var do, pdhalikhakar ham gunana seekhen

bole n bura, dekhe n bura, kuchh bhi bura n sunana seekhe,
ham khelkhel padahate jaaen, padahalikhakar nit badahate jaaen,
ham ruke nahi, ham jhuke nahi, giri shikhiro par chadahate jaaen,
vighnon se kbhi n ghabaraaen, satapanth ko kbhi n chhode ham,
baadhaaon par baadha aaen, baadhaaon ka rukh mode ham,
kyon bane pahakeer lakeero ke, nit ne sapane bunana seekhen,
he maatarbhoomi! ham ko var do, padahalikhakar ham gunana seekhen...

paakar aasheesh tumhaara maan, aalok jagat me ham bhar de,
ham veeraanon ko chaman kare, jo goonge hain unako svar de,
apanaapan sab me dekhe ham, man se dvesh mitaao ham,
par sukh ko apana sukh maane, par duhkh me haath bataaen ham,
jag ki is sundar bageeya se ham, saar suman chunana seekhen,
he maatarbhoomi! hamako var do, padahalikhakar ham gunana seekhe...

he maatarbhoomi! hamako var do, pdhalikhakar ham gunana seekhen



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