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हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं,

हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं,
ठुकराना ना हमको देवा,
इस जग के हम ठुकराए हैं,
हम शरण तुम्हारी आए हैं,
हे शिव के..
हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं...


दुनिया रूठे तो रूठा करे,
हमसे नाराज न होना तुम,
तुम से ही..
तुम से ही मंगल करता हो,
बड़ी आस लगाकर आये हैं,
हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं...

भव सागर सामने हैं तो क्या,
हम को कोई भी फिकर नहीं,
मजधार..
मजधार डुबाया पार लगा ये,
ठान के द्वारे आये हैं,
हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं...

उसका अमंगल ना होता कभी,
सबसे पेहले तुझे पूजे जो,
अपने वंदन..
अपने वंदन में हे देवा,
तेरे गुण गान ही गाए हैं,
हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं...

शिव शंकर और सब देवो की,
कृपा तुज पर ही विशेष रही,
तेरे नटखट..
तेरे नटखट पर शंकर नंदन,
सब देवों के मन भाये हैं,
हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं...

तू चाहे तो बलहिनो में,
बल बुद्धि का संचार करे,
वो निर्बल..
वो निर्बल भी बलवान बने,
जो चरणों में शीश झुकाएँ हैं,
हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं...

कलयुग में तुमसा फलदायक,
कोई और मिला नहीं देवा,
खाली झोली..
खाली झोली लेकर आये तेरे,
द्वार से भर ले जाये हैं,
हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं...

रिद्धि सिद्धि और लक्ष्मी माँ,
आ जाए वहाँ तू रहे जहाँ,
इस बार..
इस बार मेरे घर में तू आ,
ये आस लिए हम आये हैं,
हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं...

दरबार तेरे और द्वार तेरे,
आनंद की बारिश होती है,
शरणागत..
शरणागत पर देवा तूने,
खुशियों के मेघ बरसायें हैं,
हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं...

हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं,
ठुकराना ना हमको देवा,
इस जग के हम ठुकराए हैं,
हम शरण तुम्हारी आए हैं,
हे शिव के..
हे शिव के लाला अर्ज़ सुनो,
हम शरण तुम्हारी आए हैं...




he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain,

he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain,
thukaraana na hamako deva,
is jag ke ham thukaraae hain,
ham sharan tumhaari aae hain,
he shiv ke..
he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain...


duniya roothe to rootha kare,
hamase naaraaj n hona tum,
tum se hi..
tum se hi mangal karata ho,
badi aas lagaakar aaye hain,
he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain...

bhav saagar saamane hain to kya,
ham ko koi bhi phikar nahi,
majdhaar..
majdhaar dubaaya paar laga ye,
thaan ke dvaare aaye hain,
he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain...

usaka amangal na hota kbhi,
sabase pehale tujhe pooje jo,
apane vandan..
apane vandan me he deva,
tere gun gaan hi gaae hain,
he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain...

shiv shankar aur sab devo ki,
kripa tuj par hi vishesh rahi,
tere natkhat..
tere natkhat par shankar nandan,
sab devon ke man bhaaye hain,
he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain...

too chaahe to balahino me,
bal buddhi ka sanchaar kare,
vo nirbal..
vo nirbal bhi balavaan bane,
jo charanon me sheesh jhukaaen hain,
he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain...

kalayug me tumasa phaladaayak,
koi aur mila nahi deva,
khaali jholi..
khaali jholi lekar aaye tere,
dvaar se bhar le jaaye hain,
he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain...

riddhi siddhi aur lakshmi ma,
a jaae vahaan too rahe jahaan,
is baar..
is baar mere ghar me too a,
ye aas lie ham aaye hain,
he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain...

darabaar tere aur dvaar tere,
aanand ki baarish hoti hai,
sharanaagat..
sharanaagat par deva toone,
khushiyon ke megh barasaayen hain,
he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain...

he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain,
thukaraana na hamako deva,
is jag ke ham thukaraae hain,
ham sharan tumhaari aae hain,
he shiv ke..
he shiv ke laala arz suno,
ham sharan tumhaari aae hain...




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