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उस घर के हर दरवाजे पर, खुशियाँ पहरा देती है,
जिस घर मे बाबोसा की, दिव्य ज्योती जलती है...

उस घर के हर दरवाजे पर, खुशियाँ पहरा देती है,
जिस घर मे बाबोसा की, दिव्य ज्योती जलती है...
     
उस घर की चौखट पर, जय बाबोसा लिखा होगा,
कही पे बाबोसा का मुकुट, कहि पे घोटा रखा होगा,
उस घर से हर अला बला, कोसो दूर रहती है,
जिस घर मे बाबोसा की, दिव्य ज्योती जलती है...


शुभ लाभ हर कोने में, संग रिद्धि सिद्धि रहती है,
ये स्वर्ग से सुन्दर घर वो, जहाँ प्रेम की गंगा बहती है,
संस्कारो की पूंजी, उस घर मे जमा रहती है,
जिस घर मे बाबोसा की, दिव्य ज्योती जलती है...

बाबोसा की आज्ञा पाकर, उस घर बाईसा आते है,
बाईसा के चरणो में, सब नित नित शीश झुकाते है,
दिलबर ऐसी भक्ति तो, किस्मतवाले को मिलती है,
जिस घर मे बाबोसा की, दिव्य ज्योती जलती है...

उस घर के हर दरवाजे पर, खुशियाँ पहरा देती है,
जिस घर मे बाबोसा की, दिव्य ज्योती जलती है...
     
उस घर की चौखट पर, जय बाबोसा लिखा होगा,
कही पे बाबोसा का मुकुट, कहि पे घोटा रखा होगा,
उस घर से हर अला बला, कोसो दूर रहती है,
जिस घर मे बाबोसा की, दिव्य ज्योती जलती है...




us ghar ke har daravaaje par, khushiyaan pahara deti hai,
jis ghar me baabosa ki, divy jyoti jalati hai...

us ghar ke har daravaaje par, khushiyaan pahara deti hai,
jis ghar me baabosa ki, divy jyoti jalati hai...
     
us ghar ki chaukhat par, jay baabosa likha hoga,
kahi pe baabosa ka mukut, kahi pe ghota rkha hoga,
us ghar se har ala bala, koso door rahati hai,
jis ghar me baabosa ki, divy jyoti jalati hai...


shubh laabh har kone me, sang riddhi siddhi rahati hai,
ye svarg se sundar ghar vo, jahaan prem ki ganga bahati hai,
sanskaaro ki poonji, us ghar me jama rahati hai,
jis ghar me baabosa ki, divy jyoti jalati hai...

baabosa ki aagya paakar, us ghar baaeesa aate hai,
baaeesa ke charano me, sab nit nit sheesh jhukaate hai,
dilabar aisi bhakti to, kismatavaale ko milati hai,
jis ghar me baabosa ki, divy jyoti jalati hai...

us ghar ke har daravaaje par, khushiyaan pahara deti hai,
jis ghar me baabosa ki, divy jyoti jalati hai...
     
us ghar ki chaukhat par, jay baabosa likha hoga,
kahi pe baabosa ka mukut, kahi pe ghota rkha hoga,
us ghar se har ala bala, koso door rahati hai,
jis ghar me baabosa ki, divy jyoti jalati hai...








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