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डम डम वजे गुरा दा डमरु...

डम डम वजे गुरा दा डमरु...

नाम तेरे दी चढ़ गई मस्ती,
भूल गई सानू अपनी हस्ती,
मस्ती दे विच तन मन रंगना,
अपनी भूला के हसती,
डम डम वजे गुरा दा डमरु...

सबना दे दुख हरदा जावे,
सबदी झोली भरदा जावे,
तुसी रहमत वाला दातया,
हथ मेरे सिर उते रखया,
डम डम वजे गुरा दा डमरु...

गल्ल विच है हारा दि माला,
सुंदर सोहना रूप निराला,
मस्ती दे विच तन मन रंगना,
अपनी भूला के हसती,
डम डम वजे गुरा दा डमरु...

डम डम वजे गुरा दा डमरु...



dam dam vaje gura da damaru...

dam dam vaje gura da damaru...

naam tere di chadah gi masti,
bhool gi saanoo apani hasti,
masti de vich tan man rangana,
apani bhoola ke hasati,
dam dam vaje gura da damaru...

sabana de dukh harada jaave,
sabadi jholi bharada jaave,
tusi rahamat vaala daataya,
hth mere sir ute rkhaya,
dam dam vaje gura da damaru...

gall vich hai haara di maala,
sundar sohana roop niraala,
masti de vich tan man rangana,
apani bhoola ke hasati,
dam dam vaje gura da damaru...

dam dam vaje gura da damaru...







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