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धन धन भोलेनाथ, तुम्हारे कमी नहीं है खजाने में,
तीन लोक बस्ती में बसाए, आप बसे वीराने में...

धन धन भोलेनाथ, तुम्हारे कमी नहीं है खजाने में,
तीन लोक बस्ती में बसाए, आप बसे वीराने में...


जटा जूट का मुकुट शीश पर गले में मुंडो की माला,
मस्तक पर छोटा सा चंद्रमा कपाल का कर में प्याला,
जिसको देखकर भय लागे है गले में सर्पों की माला,
तीसरे नेत्र में छिपी तुम्हारे महाप्रलय की है ज्वाला,
पीने को हर वक्त भांग और आंख धतूरा खाने में,
तीन लोक बस्ती में बसाए...

वस्त्र तुम्हारा शेर चर्म और बूढ़ा बैल सवारी को,
इतने पर भी सेवा करती धनधन शैल कुमारी वो,
ना जाने क्या देखा उसने नाथ तेरी सरदारी में,
वह तो थी राजा की बेटी ब्याही गई भीकारी को,
सुनी तुम्हारे ब्याह की लीला भीख मंगो के गाने में,
तीन लोक बस्ती में बसाए...

नाम तुम्हारे अनेक हैं पर सबसे उत्तम है नंगा,
इतने पर भी शोभा पाती जो सर से बहती गंगा,
भूत प्रेत बेताल संघ में लश्कर सबसे है चंगा,
तीन लोक के दाता होकर आप बने क्यों भिखमंगा,
शंकर हमें बताओ तुम्हें क्या मिले हैं अलग जगाने में,
तीन लोक बस्ती में बसाए...

कुबेर को धन दिया तुम्हीं ने दिया इंद्र को इंद्रासन,
अपने तन पर भस्म रमाए नागों के पहने भूषण,
भक्ति मुक्ति के दाता हो तुम मुक्ति तुम्हारे चरणों में,
शंकर भोलेनाथ तुम्हारा चित से जो करे भजन,
मगन हुआ मेरा मन शंकर तुमको नाथ मनाने में,
तीन लोक बस्ती में बसाए...

धन धन भोलेनाथ, तुम्हारे कमी नहीं है खजाने में,
तीन लोक बस्ती में बसाए, आप बसे वीराने में...




dhan dhan bholenaath, tumhaare kami nahi hai khajaane me,
teen lok basti me basaae, aap base veeraane me...

dhan dhan bholenaath, tumhaare kami nahi hai khajaane me,
teen lok basti me basaae, aap base veeraane me...


jata joot ka mukut sheesh par gale me mundo ki maala,
mastak par chhota sa chandrama kapaal ka kar me pyaala,
jisako dekhakar bhay laage hai gale me sarpon ki maala,
teesare netr me chhipi tumhaare mahaapralay ki hai jvaala,
peene ko har vakt bhaang aur aankh dhatoora khaane me,
teen lok basti me basaae...

vastr tumhaara sher charm aur boodaha bail savaari ko,
itane par bhi seva karati dhandhan shail kumaari vo,
na jaane kya dekha usane naath teri saradaari me,
vah to thi raaja ki beti byaahi gi bheekaari ko,
suni tumhaare byaah ki leela bheekh mango ke gaane me,
teen lok basti me basaae...

naam tumhaare anek hain par sabase uttam hai nanga,
itane par bhi shobha paati jo sar se bahati ganga,
bhoot pret betaal sangh me lashkar sabase hai changa,
teen lok ke daata hokar aap bane kyon bhikhamanga,
shankar hame bataao tumhen kya mile hain alag jagaane me,
teen lok basti me basaae...

kuber ko dhan diya tumheen ne diya indr ko indraasan,
apane tan par bhasm ramaae naagon ke pahane bhooshan,
bhakti mukti ke daata ho tum mukti tumhaare charanon me,
shankar bholenaath tumhaara chit se jo kare bhajan,
magan hua mera man shankar tumako naath manaane me,
teen lok basti me basaae...

dhan dhan bholenaath, tumhaare kami nahi hai khajaane me,
teen lok basti me basaae, aap base veeraane me...








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