Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

बता दे कर मोपे एहसान,
अंगूठी कहां छोड़े भगवान,

बता दे कर मोपे एहसान,
अंगूठी कहां छोड़े भगवान,
कहां छोड़े भगवान अंगूठी कहां छोड़े भगवान,
बता दे कर मोपे पर एहसान...


जिनकी चरणों की दासी, हरदम दर्शन की प्यासी,
उनमें बसते मेरे प्राण, अंगूठी कहां छोड़े भगवान,
बता दे कर मोपे पर एहसान...

बता दे रघुवर की कुशला फिकर में डूब रही दिन रात,
भटकते होंगे बन बन राम, अंगूठी कहां छोड़े भगवान,
बता दे कर मोपे पर एहसान...

कैसे हुई राम से न्यारी रोए रोए कह रही जनक दुलारी,
तेरी लीला अजब महान, अंगूठी कहां छोड़े श्री राम,
बता दे कर मोपे पर एहसान...

ज्ञान से लगी ज्ञान की माटी सुनके हुई आत्मा ठंडी,
सीता समझ गई सब बात, अंगूठी कहां छोड़े भगवान,
बता दे कर मोपे पर एहसान...

बता दे कर मोपे एहसान,
अंगूठी कहां छोड़े भगवान,
कहां छोड़े भगवान अंगूठी कहां छोड़े भगवान,
बता दे कर मोपे पर एहसान...




bata de kar mope ehasaan,
angoothi kahaan chhode bhagavaan,

bata de kar mope ehasaan,
angoothi kahaan chhode bhagavaan,
kahaan chhode bhagavaan angoothi kahaan chhode bhagavaan,
bata de kar mope par ehasaan...


jinaki charanon ki daasi, haradam darshan ki pyaasi,
uname basate mere praan, angoothi kahaan chhode bhagavaan,
bata de kar mope par ehasaan...

bata de rghuvar ki kushala phikar me doob rahi din raat,
bhatakate honge ban ban ram, angoothi kahaan chhode bhagavaan,
bata de kar mope par ehasaan...

kaise hui ram se nyaari roe roe kah rahi janak dulaari,
teri leela ajab mahaan, angoothi kahaan chhode shri ram,
bata de kar mope par ehasaan...

gyaan se lagi gyaan ki maati sunake hui aatma thandi,
seeta samjh gi sab baat, angoothi kahaan chhode bhagavaan,
bata de kar mope par ehasaan...

bata de kar mope ehasaan,
angoothi kahaan chhode bhagavaan,
kahaan chhode bhagavaan angoothi kahaan chhode bhagavaan,
bata de kar mope par ehasaan...




A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
What Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?Why Should One Do Bhakti? 80 Facts About Bhakti [Must Read]9 Must Have Qualities Of A Good Vaishnav DevoteeKey Importance Of Bhav And Ras In Krishna Bhakti



Bhajan Lyrics View All

अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ

New Bhajan Lyrics View All

शिव ही बसे हैं कणकण में, केदार हो या
द्वादश ज्योतिर्लिंग है हर दिशा में है
मैया से लगन लगी जबसे,
लगी जब से,
कंचन कांच का बणिया रे हनुमान,
चांदी की म्हारी चौथ माता...
श्री मंजू बाईसा ने रचाया, एक नया
भक्तजनों के दिल मे किया, श्री बाबोसा
मैं तो लायी चुनरिया लाल,
माता तेरे दरबार पे,