मत मारे द्रगन की चोट ओ रसिया होली में मेरे लग जाएगी॥
मैं बेटी बृजभान बाबा की,
और तुम हो नंद के ढोट ओ रसिया होली में मेरे लग जाएगी,
मत मारे द्रगन की चोट...
मुझको तो लाज बड़े कुल घर की,
और तुमने बड़ेबड़े खोट को रसिया होली में मेरे लग जाएगी,
मत मारे द्रगन की चोट...
पहली चोट बचाए गई कान्हा,
कर नेनन की ओट ओ रसिया होली में मेरे लग जाएगी,
मत मारे द्रगन की चोट...
दूजी चोट बचाई गई कान्हा,
कर घूंघट की ओट ओ रसिया होली में मेरे लग जाएगी,
मत मारे द्रगन की चोट...
तीजी चोट बचाई गई कान्हा,
कर लहंगा की ओट ओ रसिया होली में मेरे लग जाएगी,
मत मारे द्रगन की चोट...
नंदकिशोर वही जाए खेलो,
जहां मिले तुम्हारी जोट ओ रसिया होली में मेरे लग जाएगी,
मत मारे द्रगन की चोट...
मत मारे द्रगन की चोट ओ रसिया होली में मेरे लग जाएगी॥
mat maare dragan ki chot o rasiya holi me mere lag jaaegi..
mainbeti barajbhaan baaba ki,
aur tum ho nand ke dhot o rasiya holi me mere lag jaaegi,
mat maare dragan ki chot...
mujhako to laaj bade kul ghar ki,
aur tumane badebade khot ko rasiya holi me mere lag jaaegi,
mat maare dragan ki chot...
pahali chot bchaae gi kaanha,
kar nenan ki ot o rasiya holi me mere lag jaaegi,
mat maare dragan ki chot...
dooji chot bchaai gi kaanha,
kar ghoonghat ki ot o rasiya holi me mere lag jaaegi,
mat maare dragan ki chot...
teeji chot bchaai gi kaanha,
kar lahanga ki ot o rasiya holi me mere lag jaaegi,
mat maare dragan ki chot...
nandakishor vahi jaae khelo,
jahaan mile tumhaari jot o rasiya holi me mere lag jaaegi,
mat maare dragan ki chot...
mat maare dragan ki chot o rasiya holi me mere lag jaaegi..