Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

मेरी रूठ गई माँ काली को मनाऊँ कैसे,
मनाऊँ कैसे, रिझाऊँ कैसे,

मेरी रूठ गई माँ काली को मनाऊँ कैसे,
मनाऊँ कैसे, रिझाऊँ कैसे,
आस पास कही डेरा नहीं है,
डेरा नहीं है, कही डेरा नहीं है,
दूर कलकाता मैं जाऊं कैसे,
फूलों की माता माँ को भाती नहीं है,
भाती नहीं है, माँ को भाती नहीं है,
लाल पीली चुनरी माँ को भाती नहीं है,
भाती नहीं है, माँ को भाती नहीं है,
काली चुनरिया मैं लाऊं कैसे,
गंगा का पानी माँ को अच्छा नहीं लगता,
अच्छा नहीं लगता, माँ को अच्छा नहीं लगता,
मदिरा का पान कराऊ कैसे,
नारियल की भेंट माँ को भाती नहीं है,
भाती नहीं है, माँ को भाती नहीं है,
बकरे की भेट चढ़ाऊं कैसे,
मेरी रूठ गई माँ काली को मनाऊँ कैसे,
मनाऊँ कैसे, रिझाऊँ कैसे,



meri rooth gi ma kaali ko manaaoon kaise,
manaaoon kaise, rijhaaoon kaise,
aas paas kahi dera

meri rooth gi ma kaali ko manaaoon kaise,
manaaoon kaise, rijhaaoon kaise,
aas paas kahi dera nahi hai,
dera nahi hai, kahi dera nahi hai,
door kalakaata mainjaaoon kaise,
phoolon ki maata ma ko bhaati nahi hai,
bhaati nahi hai, ma ko bhaati nahi hai,
laal peeli chunari ma ko bhaati nahi hai,
bhaati nahi hai, ma ko bhaati nahi hai,
kaali chunariya mainlaaoon kaise,
ganga ka paani ma ko achchha nahi lagata,
achchha nahi lagata, ma ko achchha nahi lagata,
madira ka paan karaaoo kaise,
naariyal ki bhent ma ko bhaati nahi hai,
bhaati nahi hai, ma ko bhaati nahi hai,
bakare ki bhet chadahaaoon kaise,
meri rooth gi ma kaali ko manaaoon kaise,
manaaoon kaise, rijhaaoon kaise,







Bhajan Lyrics View All

अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा

New Bhajan Lyrics View All

बजरंगबलीजी आपने जलवा दिखा दिया
लंका में जाके आपने डंका बजा दिया
जय हो गजानना,
जय हो गजानना...
जगजणनी दया करके,
मेरे घर भी आ जाना,
जय संतोषी माता जय संतोषी माता
अपने जन को सुख सम्पत्ति दाता
हे भव भंजन हे शिव नंदन,
हे गजवंदन गाईये,