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श्याम भारसे हो जा प्यारे,
श्याम भरोसे हो जा प्यारे,

श्याम भारसे हो जा प्यारे,
श्याम भरोसे हो जा प्यारे,
ये श्रृष्टि के पालन हारे,
श्याम भरोसे हो जा प्यारे॥


चिंता करे क्यू बैठा जब है ये मालिक तीनो लोक का,
साँवरे के हाथो उलझन जीवन की सारी अपनी सूप जा,
सुलझने लगेंगे  खुद ही ये उलझन के धागे,
श्याम भरोसे हों जा प्यारे॥

ये श्रृष्टि के पालन हारे,
श्याम भरोसे हों जा प्यारे,
मुश्किल तो आयेगी पर तुझको कभी ना छूने पायेगी,
ढाल खड़ा है बनके भेद इसे ना कभी पायेगी,
कवच कृपा का इनकी पहन ले प्यारे,
श्याम भरोसे हों जा प्यारे॥

ये श्रृष्टि के पालन हारे,
जीवन ये बीता कितना,
और है कितना ही ये रह गया,
अब भी शरण आने का गर सोचता ही जो तू रह गया,
समय ना कमल थमता पर साँस थम जाये रे,
श्याम भरोसे हों जा प्यारे॥

श्याम भारसे हो जा प्यारे,
श्याम भरोसे हो जा प्यारे,
ये श्रृष्टि के पालन हारे,
श्याम भरोसे हो जा प्यारे॥




shyaam bhaarase ho ja pyaare,
shyaam bharose ho ja pyaare,

shyaam bhaarase ho ja pyaare,
shyaam bharose ho ja pyaare,
ye shrrashti ke paalan haare,
shyaam bharose ho ja pyaare..


chinta kare kyoo baitha jab hai ye maalik teeno lok ka,
saanvare ke haatho uljhan jeevan ki saari apani soop ja,
suljhane lagenge  khud hi ye uljhan ke dhaage,
shyaam bharose hon ja pyaare..

ye shrrashti ke paalan haare,
shyaam bharose hon ja pyaare,
mushkil to aayegi par tujhako kbhi na chhoone paayegi,
dhaal khada hai banake bhed ise na kbhi paayegi,
kavch kripa ka inaki pahan le pyaare,
shyaam bharose hon ja pyaare..

ye shrrashti ke paalan haare,
jeevan ye beeta kitana,
aur hai kitana hi ye rah gaya,
ab bhi sharan aane ka gar sochata hi jo too rah gaya,
samay na kamal thamata par saans tham jaaye re,
shyaam bharose hon ja pyaare..

shyaam bhaarase ho ja pyaare,
shyaam bharose ho ja pyaare,
ye shrrashti ke paalan haare,
shyaam bharose ho ja pyaare..








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