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जीवन का भरोसा नही कब मौत आ जायेगी
काया और माया तेरी तेरे साथ न जाएगी ॥
पर्दा ना कर पुजारी दिखने दे राधा
मेरे पास वक्त कम है और बात है ढेर सारी,
मेरे शंकारा भोले नाथ,
तू करीब है भक्तो के ये नसीब है भक्तो के
नज़ाकत छोड़ के हम तो सरे बाज़ार नाचे
साईं दरबार नाचे गये,
पहले तुझे मनाऊँ, भक्ति मैं तेरी पाऊँ,
होगी दया जो तेरी, बिगड़ी बनेगी मेरी ॥
जिस हाल में जिस देश मे जिस वेस में रहो ॥
हरी ॐ हरि हरि ॐ हरि हरि ॐहरि कहो ॥
आ, लौट के आजा मेरे श्याम,
आ, लौट के आजा मेरे श्याम, तुझे ब्रजवाम
साल में महिना जब फागुन का आता,
श्याम याद आता मुझे श्याम याद आता,
कटी जीवन की सारी कठिनाइया,
हुई जो तेरी मोरछड़ी,
आओ रल के मनाईये अज सरे गौरा माँ दा
तेरे चरना तो जाइये वलहारे गौरा माँ दा
तारण आ गई तारणहार सब दे वैड़े करेगी
भगता दे घर जगराता ॥ गूंजे जय जय कर
एक बार संवारे से तुम लोह लगाके देखो,
बरसे गी किरपा बारी तुम आजमा के देखो,
कैसे जीऊ मे राधा रानी तेरे बिना ॥
मेरा मन ही ना माने तुम्हारे बिना,
खाटू के इस रंग महल में बेठा श्याम
बाबा श्याम हमारा,
आंसुओ का मोल श्याम ने चूका दिया,
खाटू का मुझको भी नजारा दिखा दिया,
मुरली वाले कृष्ण कन्हिया जी ना लगे,
संवारे जल्दी आना के जी ना लगे ,
श्याम की अदालत मे जो भी चला आता है,
होती सुनवाई वहा और वो नयाए पाता है,
खोल दो बिहारी जी अपने मंदिर का गेट,
तेरे दर्शन को आया फूल श्रधा के लाया,
आओ कन्हैया आओ ॥
मेरा मन उदास है
हमें निज धर्म पर चलना बताती रोज
सदा शुभ आचरण करना सिखाती रोज रामायण,
श्री राधे वुषभानुजा,भक्तनि
वृन्दावन विपिन विहारिणी प्रणवों
कागा वे मिठडी बोली बोल गुरू जी कद
दर्शन दीजे नाम सनेही,
तुम बिन दुःख पावे मेरी देही,
शाम प्यारा
मैंनू लगदा ऐ-॥ शाम प्यारा मै दुनिया तो
मेरे साईं सदा तुम दयाल रहना,
अपने भक्तो का सदा तुम ख्याल रखना॥
ऐसी बंसी बजाई श्याम ने मेरी सूद विशराई
नि मैं हुई दीवानी नि मैं हुई मस्तानी,
बन्दे चल सोच समझ के क्यों ये जनम गवाय,
बार बार ये नर्तन चोला तुझे न मिलने पाय
राम नाम अति मीठा है कोई गाके देखले,
आजा तेरे राम कोई वुलाके देखले,
तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश ॥
एक जुग से में तरसा शेरावालिये,
दर्शन को तेरे मैं जोता वालिये,
ॐ जय श्री कृष्ण हरे, प्रभु जय श्री
भक्तन के दुख टारे पल में दूर करे. जय जय
बूटी ज्ञान की पिलादो गुरुदेव दर्द
हम बरसाने वाले है, हम बरसाने वाले है,
सारी दुनिया से अपने अंदाज निराले है,
दहि बेचन को राधा चली, कन्हैया जी को
हमारी गली होते जाना, ओ प्यारे नंदलाला,
तेरे कारण तेरे कारण,तेरे कारण तेरे
सारा दुःख सह लिया पर तेरा सुमरिन किया,
एक ही उस माँ की हम दोनों संतान,
एक बना हिन्दू तो एक मुसलमान॥
हे संवारे दीं दयाला तू ही मेरा नन्द
आज करदे ऐसा कमाल प्रेम रस चख लेनदे,
हम है प्रेमी बाबा के क्यों डरे ज़माने
वास्ता हमारा है खाटू के गहराने से
जहान ने वो दिए है गम कभी सुख से न सोये
लबो पे आ गया है दम शूल इतने चुबोये है,
सुन अंजनी के लाला हे हनुमत हे बाला,
जिस का तू रखवाला उसे डर काहे का राम गुण
जी मै तेरी तेरी तेरी सच्चे बादशाह के
जी मै चली आ गुरा जी दे नाल आप मेनू लैण आ
मेरे होगे जिंदगी दे पूरे साल आप मेनू
सब देयो बधाईयाँ नी सहेलियो नी सहेलियो,
रब सतगुरु बन आया,
मैं तुड़ी बनके आई मेनू तुड बनालो चरणा
अखियाँ नई रज्जिया तेरा कर के दीदार
अपने रंग विच रंग देओ जी,
के मैलिया ने साड़ियाँ रूहा॥
सुनले बाबा बात मेरी कानो में तेरे पड़
कैसा हो गर मंदिर तेरा और थोरा सा बड
श्याम प्रेमी होकर तू काहे घबराता है,
ये तो तेरी किस्मत है तेरा श्याम से
जद याद बाबा जी तेरी आई वे अखिया नु रोना
अस्सा लुटया लुटया गुरा जी दा प्यार,
साडी जुड़ गई जुड़ गी नाम नाल तार गुरा
चरण-शरण मधुराधिपति,
करो हरण त्रय-ताप का,
जय कात्यायनि माँ, मैया जय कात्यायनि
उपमा रहित भवानी, दूँ किसकी उपमा ॥
मुश्किल है सहन करना यह दर्द जुदाई का,
मुझे इतना बता प्यारे कारन रुसवाई का,
तेरे रखवाले महाकाल काल से क्या डरना,
क्या डरना डरना काल से क्या डरना,
मैं हार गया हु दुनिया से,
मेरा श्याम सहारा कोई नही,
तुझसे बड़ा साहूकार सांवरिया ना
कई भिखारी बन गये राजा आके तेरे दरबार
जिद छोड़ दो सांवरिया मेरी जान चली
दर्शन जो ना मिले तो मुझे तेरे साँस
बार बार मैंने श्याम धनि तेरे आगे अर्ज
तड़प तड़प के मैं रोऊ क्यों करता न
मेरी भगती में रंग मत डालो मेरी माँ,
बिआह करवाऊ कृष्ण से,
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