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तेरे द्वार का आसरा चाहती हूँ,
गिला कर रही हूँ, सिला चाहती हूँ,
रख ले मुझे चरणों में तेरी मेहरबानी,
हाँ, साईं महादानी हैं साई महादानी है,
साई राम, साई राम,
मेरा प्यारा साई राम,
साई राम हो साईं राम,
साई सबको पिता है,
बाबा जी की गली में मकान होना चाहिए,
दिल वाला पूरा अरमान होना चाहिए,
प्यार ही है धरम, कहा तूने,
देदो मुझे अपने गम, कहा तूने,
तुम्हारा ही सहारा है,
सहारा मेरे बाबा,
श्री गुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि,
मैं भी तुम्हारे संग चलूंगी,
भक्ति का लेके रंग चलूंगी,
जोगन हो गई राधा प्यारी,
ढूंढ़ रही पनघट पे तुमको,
गोविन्द चले आओ,
गोपाल चले आओ,
म्हारा सांवरिया सिरमौर,
थारा बंद दरवाजा खौल,
मंदिरों में आई है बहार दर्शन मैया कब
भक्तों की लगी है कतार दर्शन मैया कब
वृंदावन में रस की धार,
सखी री बरस रही,
हे श्याम ध्वजा बंदधारी,
तुम ही सुनते हो हमारी,
श्री वृन्दावन को वास भलो,
जहाँ पास बहे यमुना पटरानी।
आया मंगल महोत्सव जन्मदिन के हो,
आओ सब लोग मनाये ये जन्मोत्सव हो,
कान्हाँ मीठी मीठी,
मुरली की तान तुम्हारी,
दुख कौन हरे बिन तेरे,
रघुबीर कृपालु मेरे,
लाया चरणा च दित्ता भरपूर दातिये,
जग विच कित्ता मशहूर दातिये।
श्याम सरकार सांवरिया,
भगत के घर भी आ जाओ,
हे निम्बार्क दीनबंधु,
सुन पुकार मेरी।
ता ता थई थई,
नाचूँ ता ता थई थई,
हे राधा रानी, मत जइयो तुम दूर,
हे राधा रानी, मत जइयो तुम दूर,
श्री राधे गोविन्द,
भजमन श्री राधे,
फ़िजा बदली बहारा दी,
हुण पींदे हरी नाम दी,
मुझे राम, श्रीराम प्राणों से ज्यादा
कर में अपने धनुषबाण धारे हैं,
इक दिन बोले प्रभु रामचंद्र,
में मन की बात बताता हूँ,
चित्रकूट शुचि धाम है,
मन धीर धरो घबराओ नहीं,
श्री राम मिलेंगे कभी न कभी,
हे राम मेरे तुमको,
भक्तों ने पुकारा है,
राम नाम अति मीठा,
कोई गा के देख ले,
रामा रामा रटते रटते
बीती रे उमरिया,
बोलो राम बोल राम बोलो राम राम,
मन मूरख इतना क्यों भटके,
सुबह सुबह जब आँखें खोलो,
प्रेम से बोलो बस एक नाम,
मेरा बिल्कुल बगल में मकान,
बाला जी मेरे घर आना,
हो लगी भवन में भीड़
बालाजी संकट काटो नै,
भरी सभा में नांचण लाग्यों,
महिमा सिन्दूर की बखावण लाग्यों,
रात जगी बाबा की ते,
गावण ने जी कर गया,
मेरी विनती सुनो हनुमान,
शरण तेरी आया हूँ,
यकीन हो पक्का, मन हो सच्चा,
आना हो दरबार, मिलेंगे हो बालाजी,
वो राम धुन में मगन हैं रहते,
लगन प्रभु की लगा रहे हैं,
धन्य अवध सरयू सरित,
धन्य सुबह और शाम,
एक जरुरी काम जी,
भगतां की पहचान जी,
मेरे बाबा तेरी हो रही,
जय जयकार,
शेरावाली का लगा है दरबार,
जयकारा माँ का बोलते रहो,
हे शेरावाली नजर एक कर दो,
हे मेहरवाली माँ मेहर एक कर दो,
एक बार माँ आ जाओ,
फिर आके चली जाना
मैया तेरा मेरा रिश्ता पुराना है,
नहीं मुझसे रूठना तेरा ही ठिकाना है,
मेरा दिल नहीं लगता ओ मैया,
मंदिर में गुजारा कर लेंगे,
मैया री मन्ने तेरा सहारा है,
मैया री मन्ने तेरा सहारा है,
हमें दरबार बुलालो माँ,
हम बच्चे तुम माँ हो हमारी,
माँ की लाल रे चुनरिया,
देखो लहर लहर लहराए,
तेरे जीवन में ख़ुशियाँ तमाम आएंगी,
ले जा माँ की दुआएं तेरे काम आएगी।
ना ये तेरा ना ये मेरा,
काहे करे अभिमान,
हे माँ के भवन के तले,
जगदीयां ज्योत जले,
जरा इतना बता दो गणराज,
माता ने दर पे खड़ा किया,
श्री गणेशा, श्री गणेशा,
श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
शंकर सुवन भवानी नंदन,
हे गणपती , हे गणपती,
गणपती जी को प्रथम मनाना है,
उत्सव को सफल बनाना है,
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